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अमित हत्या कांड : अमित के भाई ने सीएम से लगाई न्याय की गुहार

स्थानीय पुलिस की उदासीनता से पांच दिन बीतने के बाद भी नही मिला कोई सुराग

सिसवा बाजार।(महराजगंज) , 25 मई। ग्राम सभा रजवल मदरहां की प्रधान दुर्गावती देवी के पुत्र व गैस एजेंसी संचालक अमित कुमार कन्नौजिया की दिनदहाड़े हुई हत्या को पुलिस द्वारा हादसा करार देने से असंतुष्ट अमित कुमार के छोटे भाई अनीश कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ऑनलाइन प्रार्थना पत्र भेजकर हत्या कांड के खुलासे की मांग किया है।
अनीश का कहना है कि बड़े भाई अमित बेहद ही सरल व मृदुभाषी स्वभाव के व्यक्ति थे। उनका किसी से कोई विवाद नही था। 21 मई को किसी ने सुनियोजित तरीके से उनकी  निर्ममता पूर्वक पिटाई कर हत्या कर दी तथा उनके शव को लोहेपार गांव के बाहर स्थित नहर पटरी के 200 मीटर पूरब खेत में फेंक दिया। कोठीभार पुलिस इसे हत्या न मानते हुए केवल दुर्घटना करार देते हुए तफ्तीश में जुटी हुई है। जबकि अमित के सर व शरीर के अन्य चोटों से स्वयं पता चल रहा था कि उनकी निर्ममता पूर्वक हत्या की गई है। यदि पुलिस सक्रियता दिखाये और हर संभावित विन्दुओं पर ईमानदारी पूर्वक जाँच करें तो सारा मामला खुल कर सामने आ जायेगा।

मोबाइल के ज़रिये अमित की गणेश नामक व्यक्ति से हुई थी अंतिम बात चीत पर कोई नही जानता कि गणेश कौन है

अमित हत्या कांड में कछुए की गति से चल रही कोठीभार पुलिस पांचवे दिन भी खाली हाथ है। अमित की मौत के बाद कोठीभार पुलिस ने अमित का मोबाइल फोन तो अपने कब्जे में लिया मगर अब तक उस गणेश नामक व्यक्ति की खोज खबर नही ले पाई जिससे अंतिम बार  11:36 बजे अमित ने 2 मिनट 49 सेकेंड बात की थी। मोबाईल की कॉल हिस्ट्री में 10:32 से 11:36 बजे तक एक घंटे चार मिनट के दौरान चार चक्र की कॉल दर्ज है।

इसी नंबर से अमित कुमार को कई कॉल आए थे
इसी नंबर से अमित कुमार को 64 मिनट में 4 कॉल आए थे

 

आखिर वो शख्स बार बार फोन कर क्या बात करता था जिसके बारे किसी को कोई पता नही कि वह कौन है ? अमित के पिता अशोक लेखपाल ने घटना के साथ ही अमित के हत्या का आरोप लगाया था। मगर पुलिस का इस तरफ बिल्कुल ध्यान नही है कि किसके फोन कॉल पर अमित अपने गैस एजेंसी कार्यालय से निकला और वापस अपने घर नही लौटा। आखिर ये गणेश है कौन ?

प्रॉपर्टी डीलिंग के मामले भी हो सकती है हत्या की वजह

सूत्रों की माने तो अमित प्रॉपर्टी डीलर के कारोबार में भी दिलचस्पी रखता था। इस कारोबार में फाइनेंसर का काम करता था और एससी होने के कारण अनसूचित जाति के लोगों की जमीन अपने नाम से लेकर भी सामान्य मूल्य से बिक्री करने का काम भी किया जाता था। यदि पुलिस हर पहलु पर नज़र रखते हुए जाँच करें तो अभी बहुत सारे ऐसे बिंदु है जो मामले  का खुलासा करने में काफी मददगार साबित हो सकते है।

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अनुसूचित जनजाति आयोग के कोआर्डिनेटर मृतक के परिजनों का हाल जानने राजवल पहुंचे, पिता ने उच्चस्तरीय जांच की मांग

अमित हत्या कांड की जानकारी होने के बाद बुधवार को अमित कुमार के घर पहुंचे अनुसूचित जनजाति आयोग के प्रदेश कोआर्डिनेटर महेंद्र मोहन से अमित के परिजनों ने अमित हत्या कांड के खुलासे के लिए उच्चस्तरीय जांच की मांग की। अमित के पिता  अशोक लेखपाल ने कहा कि कोठीभार पुलिस मामले को दुर्घटना करार देने में लगी हुई है। जबकि अमित की निर्ममता पूर्वक हत्या की गई है। अमित के शरीर पर चोट के निशान उसके गले से गायब सोने के चैन, बाइक की चाभी कटा होना तथा बाइक का घटना स्थल पर न्यूट्रल होना  सीधे सीधे हत्या की ओर इशारा कर रहा है।परन्तु प्रशासन इस मामले को हादसा साबित करने में तुली है। उन्होंने कहा कि अमित के हत्यारे जब तक पकड़े नही जाएंगे तब तक पूरा परिवार चैन की सांस नही ले पायेगा।

अमित हत्या कांड में पुलिसिया कार्य प्रणाली लोगों ने उठाए सवाल

पूर्व ब्लॉक प्रमुख व रजवल मदरहां की ग्राम प्रधान दुर्गावती देवी के बड़े पुत्र अमित कुमार की दिन दहाड़े हत्या कर फेंके गए शव के मामले में पुलिस द्वारा अब तक खुलासा न करने पर बुधवार को ग्राम सभा बैजनाथपुर स्थित किसान नेता चंद्रशेखर ऊर्फ लल्ले सिंह के आवास पर क्षेत्र के प्रवुद्धजनों व किसानो की एक बैठक आयोजित की गई। इसमें नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिसिया कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान उठाते हुए जल्द से जल्द घटना के खुलासे की मांग की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए किसान नेता चंद्रशेखर ऊर्फ लल्ले सिंह ने कहा कि अमित कुमार एक होनहार व सामाजिक युवक था जो सामाजिक कार्यों सहित सभी के लिए हमेशा तत्पर रहता था परन्तु दिन दहाड़े उसकी हत्या कर शव को खेत में फेंक दिया गया था। जिसके घटनाक्रम में पुलिस ने चौथे दिन तक कोई सफलता हांसिल नही कर पाई। जो पुलिसिया कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। दिन दहाड़े हुई अमित की हत्या ने समूचे क्षेत्र के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। उनकी हत्या से परिवार सहित समूचा क्षेत्र हतप्रभ व शोकाकुल है। इस दौरान पूर्व प्रधान रमाशंकर सिंह, बच्चन लाल गोंड़, ओंकार नाथ तिवारी, जनार्दन यादव, भोरिक यादव, इद्रीश अंसारी, कैलाश सिंह, हरेंद्र उपाध्याय, अशोक मल्ल, ओमप्रकाश चौहान, सुग्रीव मौर्या, दिनेश कन्नौजिया आदि लोग उपस्थित रहे।

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