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डा़ राजीव व डा़ पूर्णिमा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में

गोरखपुर, 31 अगस्त। कानपुर महानगर के एक अधिवक्ता के घर से हिरासत में लिए गये बीआरडी मेडिकल कालेज के पूर्व प्राचार्य एवं आक्सीजन काण्ड के आरोपी डा़ राजीव मिश्रा व उनकी पत्नी डा़ पूर्णिमा शुक्ला को गोरखपुर पुलिस ने गुरुवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जहां से कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

 लखनऊ एसटीएफ ने मंगलवार को पूर्व प्राचार्य व उनकी पत्नी को उस समय गिरफ्तार किया था जब वह कानपुर महानगर स्थित एक अधिवक्ता के घर में अपनी जमानत के कागजात तैयार करा रहे थे। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक द्वारा 23 अगस्त को बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा़ राजीव मिश्रा व उनकी पत्नी समेत कुल 9 लोगों के खिलाफ आक्सीजन काण्ड मामले में सदोष मानव वध समेत विभिन्न गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
इस केस को गोरखपुर जनपद के गुल्हरिया थाने में ट्रांसफर कर दिया गया और तफ्तीश सीओ कैण्ट अभिषेक सिंह को दी गयी। बुधवार को एसटीएफ द्वारा कानपुर से गोरखपुर लाये गये पूर्व प्राचार्य डॉ. राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी को सीओ कैण्ट ने आज भारी पुलिस बल के बीच अपर जिला एवं सत्र न्यायालय-8 में पेश किया जहां कागजी औपचारिकता पूरी होते ही प्राचार्य दम्पति को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
गोरखपुर लाने के बाद एसटीएफ ने प्राचार्य डा़ राजीव मिश्रा को गुल्हरिया पुलिस के हवाले किया था जबकि डा़  पूर्णिमा शुक्ला को महिला थाने के हवालात में रात बितानी पड़ी थी।

दोनों डाक्टरों की कोर्ट में पेशी के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे. व्यवस्था की कमान एसपी सिटी विनय कुमार सिंह संभाल रहे थे. दोनों ही आरोपियों के कचहरी परिसर पहुंचने से पहले ही चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल लगाया जा चुका था।

जिस समय पूर्व प्राचार्य डा़ राजीव मिश्रा व उनकी पत्नी डा़ पूर्णिमा शुक्ला को कोर्ट में पेश करने के लिए लाया जा रहा था, कुछ  युवा अधिवक्ताओं ने प्राचार्य दम्पति के खिलाफ नारेबाजी की.

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