समाचार

दो करोड़ के कर्ज में डूबने के कारण कार में खुद को जला लिया था नितिन अग्रवाल ने

ज्वेलरी कारोबारी नितिन अग्रवाल की मौत से पुलिस ने पर्दा हटाने का दावा किया

गोरखपुर, 14 अप्रैल। नौ अप्रैल की दोपहर तेनुआ प्लाजा के पास कार में जिन्दा जल मरे ज्वेलरी कारोबारी नितिन अग्रवाल ने आत्म हत्या की थी। आज पुलिस अफसरों ने इस घटना का खुलासा करते हुए बताया कि नितिन दो करोड़ के कर्ज में डूब गए थे और हताशा में उन्होंने खुदकुशी का रास्ता चुना।

ख़ुदकुशी करने के पहले उन्होंने पत्नी को फ़ोन कर बोला था कि वह जान देने जा रहा है। इसके बाद उसने कार में अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल लिया और आग लगा ली। पुलिस ने कहा कि ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला जिससे साबित हो कि नितिन की हत्या की गई।

9 अप्रैल को गोरखपुर से लखनऊ जाने वाले फोर लेन हाईवे पर तेनुआ टोल प्लाजा के पास दोपहर लगभग 12 बजे बलेनो कार में नितिन अग्रवाल धू-धू जल गए थे। उस समय आशंका जताई गई थी कि नितिन को कार सहित जला कर मार डाला गया।

इस घटना के खिलाफ सराफा व्यापारियों ने 10 अप्रैल को अपना कारोबार बंद रखा था और पुलिस से जल्द घटना का खुलासा करने को कहा था। मुख्यमंत्री के गृह जिले की घटना होने के कारण पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। जाँच में एसटीएफ को भी लगाया गया।

आज आईजी और एसपी ने पत्रकारों को बताया कि एसटीएफ, जिला पुलिस एवं फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की अलग-अलग जॉच का संयुक्त निष्कर्ष यही निकला है कि नितिन अग्रवाल ने अपने  उपर पेट्रोल डालकर आत्महत्या की थी।

नितिन अग्रवाल अपनी पत्नी के साथ (फ़ाइल फोटो)
नितिन अग्रवाल अपनी पत्नी के साथ (फ़ाइल फोटो)

पुलिस के अनुसार नितिन अग्रवाल ने मृत्यु से पूर्व अपनी पत्नी से फोन पर कई बार बातचीत की और आग लगाने से पूर्व अन्य बातों के अतिरिक्त यह भी कहा कि, ‘‘मैं जा रहा हॅू, तुम लोग भी जहर खाकर मर जाना, एक सफेद कागज बिस्तर पर रखा है उसको ढूंढ लेना’’। इस बात को मृतक की पत्नी द्वारा स्वयं स्वीकार किया गया। इस बात की तस्दीक मृतक के दोस्तों एवं मृतक के पिता द्वारा भी की गयी। जब मृतक नितिन ने अपनी पत्नी रश्मि को फोन पर उक्त बात कही तो रश्मि ने यह बात अपने ससुर को भी बताया। उसके बाद परिवार वालों ने नितिन के दोस्तों को नितिन की लोकेशन जानने के लिए फोन किया एवं उसने बात-चीत के दौरान यह बात कही कि नितिन कह रहा है कि वह जा रहा है। उपरोक्त वार्तालाप कुछ दोस्तों के फोन में रिकार्ड हुआ है। इस रिकार्डिंग को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया गया है।

पुलिस  अफसरों ने बताया कि पूछताछ एवं जॉच से यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि घटना से पहले रात्रि में भी मृतक नितिन द्वारा अपनी पत्नी से जहर खाकर जान देने की बात कही गयी किन्तु पत्नी रश्मि ने इस बात को परिवार वालों से नहीं बताया। नितिन अग्रवाल लगभग प्रातः 10.30 पर अपने घर से स्कूटी से निकले। उसके बाद बलेनो गाड़ी में जो उनके घर से 500 मीटर की दूरी पर पार्क की गयी थी को लेकर चले और लगभग 11.10 बजे नौसढ़ के नजदीक स्थित पाण्डेय पेट्रोल पम्प से प्लास्टिक की बोतल में पेट्रोल लिया, जिसका 120 रूपये का बिल भी काटा गया था। उस समय यह गाड़ी में अकेले थे इस बात को पेट्रोल पम्प के सेल्समैन ने बताया है। पेट्रोल पम्प पर लगे सी0सी0टी0वी0 फुटेज में भी गाड़ी में अन्य कोई व्यक्ति बैठा नहीं दिखाई पड़ा है। फोरेन्सिक टीम द्वारा भी गाड़ी में पीछे की सीट एवं ड्राईवर के बगल की सीट पर किसी व्यक्ति के न बैठे होने की बात बतायी गयी।

IMG-20170414-WA0001

फोरंसिक टीम के अनुसार मृतक ने संभवतः ड्राईविंग सीट पर बैठकर अपने उपर पेट्रोल छिड़का एवं आग लगायी, तत्पश्चात छटपटाहट में वह लुढ़क गये एवं उनका सिर बगल वाली सीट पर एवं पैर ड्राइविंग सीट पर आ गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण जलने से आया है एवं श्वास की नलिका में कार्बन पार्टिकल पाये गये। शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं है जिससे नितिन को मारकर जलाने या जबरदस्ती जलाना साबित नही होता। विवेचना के दौरान यह बात सामने आयी कि नितिन अग्रवाल द्वारा मेटल (सोना,ताबा,चांदी,जिंक आदि) में ट्रेडिंग का कार्य किया जाता था एवं इस बात को उसने अपने पिता से छिपा कर रखा था। इस धन्धे में काफी नुकसान हुआ था एवं बाजार में एक दर्जन से अधिक कारोबारियों पर लगभग दो करोड़ की देनदारी थी। जिससे वह बहुत परेशान था। अभी तक की जॉच में मृतक के पॉच बैंक एकाउण्ट की जानकारी मिली है, जिसमें बहुत कम धनराशि बची थी। उसके द्वारा दिए गए चेक लगातार बाउंस हो रहे थे।