जनपद

नफरत समाज को तोड़ती है और मोहब्बत सभ्य समाज का निर्माण करती है -सैयद मोहम्मद अशरफ किछौछवी

गोरखपुर के मुफ्ती अख्तर व मुफ्ती अजहर को मिली खिलाफत

गोरखपुर, 20 दिसम्बर। मंगलवार को मोहल्ला तुर्कमान में ‘जलसा-ए-ईद मिलादुन्नबी’ के दौरान आल इंडिया उलेमा व मशायख बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष सैयद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने मुफ्ती अख्तर हुसैन मन्नानी (मुफ्ती-ए-गोरखपुर) व मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी मुजीबी को कादरिया, चिश्तिया, अशरफिया सिलसिले की खिलाफत अता की और दुआओं से नवाजा।

सैयद मोहम्मद अशरफ ने इस मौके पर कहा कि मोहब्बत ज़िन्दगी है और नफरत मौत। नफरत समाज को तोड़ती है और मोहब्बत सभ्य समाज का निर्माण करती है। नफरत आग लगाती है मोहब्बत उस आग को बुझाने का काम करती है। धर्म का संदेश मोहब्ब्त है और अधर्म नफरत है। फैसला आपको करना है कि आप धर्म के साथ हैं या अधर्म के।
उन्होंने  कहा लोग देश को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं, अफवाहों का बाज़ार गर्म है ऐसे माहौल में पैगंबर हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम की शिक्षाओं पर अमल करके हम न सिर्फ अपने प्यारे देश बल्कि पूरे संसार में शांति स्थापित कर सकते है। उन्होंने कहा खास तौर से हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम आपसी रिश्तों को मजबूत करे पड़ोसी के हक अदा करे साफ सफाई का ध्यान रखे ।
अपने धर्म पर पूरी तरह अमल करते हुए दूसरों की धार्मिक भावनाओं एवं धर्म का सम्मान करें। यही पैग़म्बरे इस्लाम की तालीम है अगर हम इसपर अमल नहीं करते तो हमारा मोहब्ब्त का दावा कमजोर है। देश के मौजूदा हालात पर बोलते हुए कहा नफरत रोज़ नई सूरत में दिखाई दे रही है. लोगों की इज्जत ,जान और माल सब दरिंदों के निशाने पर है। सरकार को ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटना होगा और सभी शांति के समर्थकों को एक साथ आकर इनके खिलाफ खड़ा होना होगा।
जलसे में हाफिज नजरे आलम कादरी, मौलाना असलम रजव़ी, कारी अंसारुल हक, एडवोकेट तौहीद अहमद, मोहम्मद अहमद, मनौव्वर अहमद, अलाउद्दीन, शाबान अहमद, कारी नूरुलहोदा मिस्बाही, मौलाना मकबूल मिस्बाही, कारी नूरूल हुसैन, मौलाना बरकत हुसैन, काशिफ,जावेद अख्तर सहित बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की। जलसे का समापन सलातो-सलाम के बाद मुल्क में अमन की दुआ के साथ हुआ।

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