राज्य

पालीटेक्निक शिक्षकों, प्राचार्यों के तबादले में स्थानान्तरण नीति का खुला उल्लंघन

15-20 वर्ष से एक ही जिले में जमे शिक्षकों का नहीं हुआ तबादला
पांच-छह माह पहले स्थानान्तरित हुए शिक्षकों पर दुबारा तबादले की मार
उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ ने प्राविधिक शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र

लखनऊ, 10 जुलाई। उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ ने प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा डिप्लोमा सेक्टर में शिक्षकों, प्रधानाचार्यों के तबादले में स्थानान्तरण नीति का खुला उल्लंघन किए जाने का आरोप लगाया है। संघ ने कहा है कि 15-20 वर्ष से एक ही जिले या संस्था में तैनात लोगों का तबादला नहीं किया गया है जबकि पांच-छह माह पहले स्थानान्तरित हुए लोगों का फिर से तबादला कर दिया गया है।
संघ के महामंत्री आरपी सिंह ने इस सम्बन्ध में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन को पत्र भी लिखा है। पत्र में कहा गया है कि 2017-18 की स्थानान्तरण नीति का पालीटेक्निक के शिक्षकों, प्रधानाचार्यों के तबादले में खुला उल्लंघन किया गया है। जहां स्टाफ की कमी है, वहां से शिक्षकों का तबादला कर दिया गया है कि जबकि एक ही जिले में 15-20 वर्ष तक जमे शिक्षकों, विभागाध्यक्षों व प्रधानाचार्यों को छुआ तक नहीं गया है। उन्होंने प्राविधिक शिक्षा डिप्लोम सेक्टर में आॅन लाइन टान्सफर पालिसी की व्यवस्था लागू करने की मांग की है।
प्रदेश के पालीटेक्निक में कार्यरत 31 प्रधानाचार्यों, 24 विभाागध्यक्षों और 74 प्रवक्ताओं का तबादला किया गया है।
संघ का आरोप है कि इन तबादलों ने नई स्थानान्तरण नीति का पालन नहीं हुआ है। संघ सूत्रों ने कहा कि आश्चर्यजनक रूप से प्रवेक्ष परीक्षा घोटाले के आरोपियों को प्राविधिक शिक्षा निदेशालय में महत्वपूर्ण तैनाती मिल गई है और वे नीति निर्धारित करने का कार्य कर रहे हैं।