घरों व मस्जिदों की साफ सफाई ज़ोरों पर
गोरखपुर, 5 जून । मुकद्दस रमजान चंद दिनों के फासले पर है। आने वाले मंगलवार या बुधवार से रोजा शुरू हो जायेगा। तीस दिनों तक खुदा का फज्ल व करम खुशूसी तौर पर मुसलमानों पर बराबर बरसता है। नेकियों व रोजी (कमाई) में वृद्धि होती है। तीस दिनों तक चलने वाले इस मुकद्दस रमजान को तीन हिस्सों में विभाजित किया गया है।
मुफ्ती अजहर शम्सी ने किताबों के हवाले से बताया कि रसूले खुदा ने फरमाया इस मुबारक महीने के बारे में कि पहला अशरा रहमत, दूसरा मग्फिरत, तीसरा जहन्नम से आजादी का है। मालूम हुआ कि ये महीना रहमत, मगाफिरत और दोजख से आजादी का महीना है। लिहाजा इस रहमत, मगफिरत और दोजख से आजादी के इनाम की खुशी में हमें ईद मनाने का मौका मिलेगा।
तरावीह की नमाज की तैयारी शुरू
इबादत की तैयारियां जारी है। इबादतगाहों में भी रौनक बढ़ गयी है। साफ-सफाई का काम अंतिम पड़ाव पर है। रमजान में तरावीह नमाज का विशेष महत्व है। शहर की हर छोटी बड़ी मस्जिदों व मदरसों में तरावीह की नमाज विशेष रूप से अदा की जाती है।
जामा मस्जिद उर्दू बाजार, मदीना मस्जिद, खूनीपर स्थित शेख झाऊं, रहमतनगर जामा मस्जिद, रसूलपुर जामा मस्जिद, मस्जिद गाजी रौजा, कुरैशिया मस्जिद नखास, काजी जी मस्जिद इस्माईलपुर, साहबगंज बेलाली मस्जिद, गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर, मक्का मस्जिद मेवातीपुर सहित तमाम मस्जिदों में विशेष इंतेजाम किये जा रहे है। ताकि नमाजियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हों। इसी तरह मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार में सात दिनों में कुरआन मुक्कमल होता है। यह पर नमाजियों की भीड़ उमड़ पडती है। यहां पर नमाज का समय रात्रि 9 बजे है। जामा मस्जिद उर्दू बाजार में भी तैयारियां आखिरी मरहले में है। खूनीपुर स्थित मदरसा अंजुमन हुसैनिया में नमाज का वक्त रात्रि 9.15 बजे है, दस दिनों में यहां कुरआन मुकम्मल होगा। नमाज पढ़ाने वाले हाफिज भी कुरआन को कंठस्थ करने में लगे हुये है। इस नमाज में उन्हें पूरा कुरआन मुकम्म जो करना है।
सहरी-इफ्तार की दुकान लगनी शुरू
मुस्लिम बहुल क्षेत्रों खोखरटोला, पिपरापुर, शेखपुर, तिवारीपुर, गाजी रौजा, रहमतनगर, नखास, तुर्कमानपुर, रहमतनगर, पुराना गोरखपुर, जमुनहिया, रसूलपुर, गोरखनाथ, जाफरा बाजार, मदीना मस्जिद, बक्शीपुर, निजामपुर, इलाहीबाग, रेती, घंटाघर में सहरी व इफ्तार की विशेष दुकानें लगाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके अलावा साहबगंज से भी इफ्तार व सहरी के सामान खरीदे जा रहे है। नखास पर खजूरों व सेवाईयों की दुकानें सज रही है। लोगों ने इनकी खरीददारी शुरू कर दी है। आसपास के गांवों के लोग भी खरीददारी करने के लिए शहर की तरफ रूख किये हुये है।
इसके अलावा घरों में साफ सफाई भी हो रही है। रमजान की आमद से बाजार में रौनक-ए-बहारा नजर आने लगी है। खासकर उर्दू बाजार, शाहमारूफ, घंटाघर, गोलघर, रेती, गीता प्रेस, गोरखानाथ, गोलघर, नखास में रौनक देखते ही बन रही है। चूंकि रमजान में लोग इबादत को खास तवज्जों देते है इसलिए खरीददारी अभी से शुरू कर दी है। ताकि इबादत में खलल न पड़े।