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महराजगंज-निचलौल और मेहदावल-कप्तानगंज तमकुही मार्ग : क्या यही गड्ढामुक्त सड़क है

महराजगंज , 17 नवम्बर. महराजगंज-निचलौल तथा मेहदावल-कप्तानगंज तमकुही मार्ग  (बीएमसीटी) योगी सरकार के गद्धामुक्त सड़क के दावों को मुंह चिढ़ा रहे हैं. हालत यह हो गई है कि लोग रूट बदल कर यात्रा कर रहे हैं. पीडब्यूडी न तो ने दोनों सड़कों को बनवा रहा है न मरम्मत करवा रहा है.
महराजगंज-निचलौल मार्ग तथा बस्ती मेहदावल कप्तानगंज तमकूही मार्ग  (बीएमसीटी)आवागमन की दृष्टिकोण से तरह से महराजगंज जिले की लाइफ लाइन मानी जाती है लेकिन  इन दिनों दोनों सड़कें पूरी तरह से जर्जर व क्षतिग्रस्त होकर जानलेवा बन गयी है. इन पर यात्रा करना जान जोखिम में डालने के समान है।

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बरसात के बाद तो इन दोनों सड़कों की हालत बद से बदतर हो गई है। राहगीर अब रूट बदल कर यात्रा करने को विवश है। महराजगंज से निचलौल आने जाने वाले राहगीर जहां चौक के रास्ते आते जाते हैं, वही कैम्पियरगंज से परतावल आने-जाने वाले लोग अन्य रास्ते से आते जाते हैं।

यह दोनों सड़कें राष्ट्रीय राज्य मार्ग है और इसे बार-बार नेशनल हाईवे बनाने की बात कही जाती है. कहने को तो नेपाल को जोड़ने वाली महराजगंज-निचलौल-ठूठीबारी एक प्रमुख सड़क है लेकिन इस सड़क को दो भागों में बांटा गया है जिसमें से निचलौल-ठूठीबारी सड़क कप्तानगंज-सिसवा-ठूठीबारी-नौतनवा य (सीएसटीएन  ) सड़क का हिस्सा है। इस सड़क का चौड़ीकरण व उच्चीकरण का कार्य शुरू है।

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बीच में रोक दिया गया महराजगंज-निचलौल मार्ग का काम

महराजगंज-निचलौल मार्ग को जब स्टेट हाईवे बनाया गया तो 63 करोड़ की मंजूरी मिली थीजिसमें से छह करोड़ विभाग को मिला भी। जिसमें से कुछ धन विद्युत तथा कुछ वन विभाग को अवमुक्त कर दिया गया। शेष धन से इस सड़क पर उच्चीकरण व चौड़ीकरण कार्य शुरू भी हो गया। मगर बाद में धनाभाव में काम रोक दिया गया। तबसे सड़क लावारिश पड़ी है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सुग्रीव राम ने कहा कि दोनों सड़क भले ही एनएच घोषित हुईं हैं मगर अभी तक कोई स्पष्ट गाइड लाइन नही आई है। बीएमसीटी पर परतावल से हरपुर के बीच मरम्मत कराने के लिए 13.50 लाख का इस्टीमेट भेजा गया है जबकि महराजगंज-निचलौल मार्ग के लिए भी किस्तो में दो-दो करोड़ की मांग की गई है। धन मिलने पर कार्य शुरू करा दिया जाएगा ।