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यूपी सरकार का फरमान-मदरसों में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम की हो वीडियोग्राफी

गोरखपुर, 6 अगस्त. रजिस्ट्रार उप्र मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा मदरसों में स्वतंत्रता दिवस मनाये जाने को लेकर जारी निर्देश पर विवाद शुरू हो गया है. इस निर्देश में मदरसों को स्वतंत्रता दिवस कर्यक्रम की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने और उसे जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय में जमा करने को कहा गया है. इस निर्देश का कई मदरसों ने विरोध करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार मदरसों को शक की निगाह से देख रही है.

3 अगस्त को जारी पत्र में मदरसों में ध्वजारोहण का समय व अन्य प्रोग्राम का समय निर्धारित किया गया है. साथ ही फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी करवाकर जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में भेजवाना हैं. यहीं नहीं मदरसों के छात्र/छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय गीतों की प्रस्तुतिकरण भी करना हैं.

जिले में करीब 170 अनुदानित व गैर अनुदानित मदरसे हैं जिसमें दस अनुदानित हैं।
मदरसा प्रबंधक हाजी सैयद तहव्वर हुसैन ने परिषद द्वारा जारी पत्र की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जंग-ए-आजादी में मदरसा और यहां के शिक्षकों को बहुमूल्य योगदान रहा हैं। इसके बावजूद मदरसों को शक की निगाह से देखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय हैं।
आल इण्डिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया गोरखपुर शाखा के जनरल सेक्रेट्ररी हाफिज नजरे आलम कादरी ने कहा कि शासनादेश के अनुसार प्रातः 8 बजे झंडारोहण एवं राष्ट्रगान व प्रातः 8.10 बजे से स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि मदरसों के छात्र-छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय गीतों का प्रस्तुतिकरण व अन्य सांस्कृतिक प्रोग्रामों का आयोजन करने के साथ उनकी फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी कराने का निर्देश जारी किया हैं।

उन्होंने कहा कि यह बात जगजाहिर हैं कि मदरसों में देश प्रेम और भाईचारे का पाठ पढ़ाया जाता है। राष्ट्रीय पर्वों पर भव्य प्रोग्राम आयोजित होते है लेकिन जिस तरह से दिशा निर्देश जारी किया गया है उससे कहीं न कहीं शासन की मंशा पर सवाल जरूर खड़ा होता हैं।

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