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अफसरों के दबाव पर जेएचवी चीनी मिल गड़ौरा ने 1.72 करोड़ गन्ना मूल्य का भुगतान किया

इस चीनी मिल पर गोरखनाथ मठ का भी बकाया है गन्ना मूल्य
महराजगंज, 20 मार्च। भाजपा की सरकार बनते ही चीनी मिलों पर बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान के लिए अफसरों ने दबाब बनाना शुरू कर दिया। अफसरों की सख्ती पर जे एच वी चीनी मिल गड़ौरा ने सोमवार को वर्ष 15-16 का 1.72 करोड़ का गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया। इसी चीनी मिल पर गोरखनाथ मठ का भी गन्ना मूल्य बकाया था। सोमवार को मठ को भी तीन लाख रूपए का गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ है।
जेएचवी चीनी मिल पर वर्ष 15-16 का एक करोड़ 78 लाख रुपए बकाया था। इस बकाया के लिए अफसरों ने चीनी मिल को आरसी जारी करने की चेतावनी दी। इसके लिए गन्ना उपायुक्त व जिला गन्ना अधिकारी चीनी मिल पर भी गए। इसके बाद चीनी मिल ने आज वर्ष 15-16 का पूरा बकाए का भुगतान कर दिया।
इस भुगतान में गोरखनाथ मठ का भी करीब तीन लाख के बकाए का भुगतान हुआ है। मठ की चैक, बढ़या में जमीन है जिस पर गन्ने की खेती होती है। यहां का गन्ना इसी चीनी मिल पर दिया जाता है। मठ का चीनी मिल पर तीन सत्रों का गन्ना मूल्य बकाया है। चीनी मिल के सूत्रों ने बताया कि करीब तीन लाख रुपए का भुगतान हुआ है। अभी भी 14 लाख रुपए बकाया है।
उप गन्ना आयुक्त ने गोरखपुर न्यूज लाइन को बताया कि चीनी मिल ने आज 1.72 करोड़ का भुगतान किया है। वर्ष 16-17 का चीनी मिल पर 53 करोड़ 61 लाख 39 हजार रूपया गन्ना मूल्य हुआ था जिसमें से चीनी मिल ने 46 करोड़ 97 लाख 87 हजार का भुगतान कर दिया है। अब 6 करोड़ 63 लाख 32 हजार रूपया का ही भुगतान बचा है।
गन्ना विकास समिति सिसवा के सचिव आर के पाठक ने बताया कि चीनी मिल पर वर्ष 14-15 का 29 करोड़ 91 लाख रुपया बकाया है जिसकी आरसी जारी की जा चुकी है। वर्ष 15 16 का एक करोड़ 78 लाख रुपए 20 मार्च को मिल द्वारा भुगतान कर दिया गया। इस तरह कुल मिलाकर 36 करोड़ 69 लाख रुपया गन्ना किसानों का मिल के ऊपर बकाया है जिसकी वसूली के लिए प्रशासन से संपर्क स्थापित कर भुगतान कराने का प्रयास किया जा रहा है।
इस संबंध में चीनी मिल के मुख्य महाप्रबंधक आशोक पाठक ने बताया कि शीघ्र सभी भुगतान मिल द्वारा कर दिए जाएंगे। चीनी की उठान न होने से भुगतान में थोड़ी परेशानी आई है।

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