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एनडीटीवी पर बैन की कड़ी निंदा, 8 नवम्बर की शाम कैंडिल मार्च निकालेंगे पत्रकार और संस्कृतिकर्मी

प्रेमचन्द पार्क में हुई बैठक में फैसला
गोरखपुर, 6 नवम्बर। मीडिया पर मोदी सरकार के हमले के खिलाफ गोरखपुर के साहित्यिक, सांस्कृतिक व पत्रकार संगठन 8 नवम्बर की शाम कैंडिल मार्च निकालेंगे। इसके अलावा 20 को अभिव्यक्ति की आजादी पर सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। यह फैसला आज प्रेमचन्द पार्क में हुए बैठक में लिया गया।
जन संस्कृति मंच के राष्ट्रीय सचिव मनोज कुमार सिंह ने बैठक में लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि आठ नवम्बर को शाम पांच बजे टाउनहाल स्थित गांधी प्रतिमा पर लोग एकत्र होंगे और वहां से कैंडिल मार्च निकालेंगे। मार्च गोलघर होते हुए चेतना तिराहे पर सम्पन्न होगा। बैठक में उपस्थित लोगों ने मोदी सरकार द्वारा एनडीटीवी पर 24 घंटे के लिए लगाए गए बैन की कड़ी निंदा की और इसे मीडिया की आजादी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया।यह कृत्य अघोषित आपातकाल जैसा है जिसमें मीडिया का मुंह बंद करने की कोशिश की जा रही है। इसे कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जन प्रतिरोध के जरिए सरकार को जवाब दिया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों पर हमले बढे हैं और और अब तो खुद सरकार ही हमले का नेतृत्व करने लगी है। श्री सिंह ने नगर के बुद्धिजीवियिों, साहित्यकारों, पत्रकारों, नागरिकों से बड़ी संख्या में कैंडिल मार्च में शामिल होने की अपील की।
बैठक में वरिष्ठ पत्रकार जगदीश लाल श्रीवास्वव, अशोक चौधरी, प्रगतिशील लेखक संघ के भरत शर्मा, दलित साहित्य एवं संस्कृति मंच के अध्यक्ष सुरेश चंद, ट्रेड यूनियन नेता राकेश कुमार श्रीवास्तव, भगत सिंह अम्बेडकर मंच के श्रवण कुमार, जन संस्कृति मंच के आनन्द कुमार पांडेय, डा. अबुलैस अंसारी, सोनू श्रीवास्तव, डा. संध्या पांडेय, नितेन अग्रवाल, जेपी यादव, अरूण प्रकाश पाठक, मनोज मिश्र, बैजनाथ मिश्र, संदीप राय, सुभाष पाल, विभूति ओझा, विकास द्विवेदी, स्वदेश, नीराज विश्वकर्मा, आरके सिंह, भाकपा माले नेता राजेश साहनी आदि उपस्थित थे।

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