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केंद्रीय टीम ने एम्स के लिए गन्ना शोध संस्थान की भूमि देखी

 

गोरखपुर, 8 जुलाई।पी एमओ से एम्स के लिए भेजी गयी केंद्रीय टीम ने आज गन्ना शोध संस्थान का विजिट किया । निरीक्षण के बाद टीम ने कहा कि रिपोर्ट केंद्र सरकार को दी जाएगी।

एम्स के लिए गन्ना शोध संस्थान की भूमि को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि वायुसेना केंद्र से महज कुछ ही दूरी पर इस भूमि पर एम्स के लिए बहुमंज़िली इमारत बनाने के लिए एयरफ़ोर्स एनओसी देगा कि नहीं। जब गन्ना शोध केंद्र की बिल्डिंग बन रही थी  तो सेकंड फ्लोर के बाद एयर फोर्स ने उसको रोक दिया था। दूसरी दिक्कत यह है कि एम्स के लिए 200 एकड़ भूमि चाहिए गन्ना शोध संस्थान में 112 एकड जमीन कागजों में है, बाकी जमीन प्रदेश सरकार कहती है कि हम सिकटौर के पास देंगे । खोराबार क्षेत्र में जहां पहले से ही जमीने मुकदमों में हैं ऐसे में राज्य सरकार कहा से बाकी जमीन उपलब्ध कराएगी,ये भी विचारणीय है।

केंद्रीय टीम से जब बात किया गया तो केंद्रीय टीम का कहना था कि हम अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे । उसके बाद उस पर टीम बैठेगी वह कोई भी फैसला लेगी। एम्स की बिल्डिंग की ऊंचाई के बारे में पूछने पर बीच में ही डीएम बोल पड़े कि अभी इसकी पंचायत नहीं होनी चाहिए।

भाजपा नेता गन्ना शोध संस्थान की भूमि को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद यह जमीन मिल पाई है ।

गोरखपुर में एम्स निर्माण की प्रस्तावित भूमि को देखने आई चार सदस्यीय टीम में सुनील शर्मा, ज्वाइंट सेके्रटरी (पी0एम0एस0एस0वाई),  राजीव कन्नौजिया, वरिष्ठ आर्टिटेक्ट, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, पी0एस0 सैनी, अधीक्षण अभियंता, पी0जी0आई0 चण्डीगढ़ तथा डी0के0 शर्मा, एम0एस0, एम्स नई दिल्ली शामिल थे ।

 

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