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कैश वैन के कर्मचारियों ने ही रची थी 98 लाख की लूट की साजिश

तीनों कर्मचारियों सहित चार गिरफ्तार , 31 लाख रूपए बरामद
गोरखपुर, 16 मार्च। खोराबार थाना क्षेत्र में 14 मार्च को रिलायंस पेट्रोल पम्प का 98 लाख रूपया लूट का मामला फर्जी निकला। कंपनी के ड्राइवर, कैशियर और गार्ड ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर लूट की मनगढ़ंत कहानी रची थी। पुलिस ने चांर लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 31 लाख बरामद कर लिया है। शेष 3 लोगों और 67 लाख रूपए की बरामदगी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामलाल वर्मा ने आज घटना का खुलासा करते हुए बताया कि रेडियंट कैश मैनेजमेंट के कैशियर अजय कुमार ने 14 मार्च की शाम को पुलिस को सूचना दी थी कि पुलिस लिखी बोलेरो गाड़ी पर सवार पांच बदमाशों ने उनके कैश वैन से 98 लाख रूपया लूट लिया है। अजय कुमार ने बताया था कि वह वैन चालक धनंजय सिह और गनमैन संतोष शुक्ल के साथ रिलायंस के दो पेटोल पम्पों पर बिक्री के 98 लाख 79 हजार 503 रूप्ए एकत्र कर आईसीआईसीआई बैंक में जमा करने जा रहे थे तभी खोराबार फोर लेन बाइपास पर भैसहां गांव के पास उन्हें लूट लिया गया।

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वरिष्ठ पुलिस कप्तान ने गोरखपुर जिले की इस सबसे बड़ी लूट का खुलासा करने के लिए दो दर्जन पुलिस कर्मियों की कई टीम गठित की थी। पुलिस ने जांच में पाया कि लूट की घटना फर्जी है और कैश वैन के कर्मचारियों ने ही इस घटना का षडयंत्र रचा है। पुलिस ने धर्मशाला निवासी रामचन्द पांडेय उर्फ प्रिंस पांडेय को गिरफ्तार कर उसके पास से दो लाख रूपए बरामद किए। प्रिंस ने पूछताछ में स्वीकार किया कि यह घटना अजय कुमार, संतोष शुक्ल और धनंजय सिंह ने ही अपने दोस्तों से मिलकर अंजाम दी है। वह भी इस घटना में सहयोगी था और लूट की रकम के बंटवारे में उसे दो लाख रूपए मिले हैं।
प्रिंस से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने अजय कुमार, संतोष शुक्ल और धनंजय सिंह को पकड़ लिया और उनके पास से क्रमशः 13,03,175, 9,00,000 तथा 7,00,000 लाख रूपया बरामद किया। वरिष्ठ पुलिस कप्तान ने इस घटना का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को पांच हजार रूपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।

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