गोरखपुर। कूड़ाघाट स्थित गन्ना शोघ केन्द्र की पूरी भूमि स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग को स्थानान्तरित हो गयी है. जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पांडियन ने शोध केन्द्र की भूमि पर स्थापित सभी भवनों को 15 दिन में ध्वस्त करने के लिए अधिशासी अभियंता (पीडब्ल्यूडी प्रान्तीय खण्ड) को निर्देश दिया है.
डीएम ने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग ध्वस्तीकरण करने तथा स्क्रैब निस्तारण का कार्य 15 दिन में पूरा करायेगा.
इस भूमि पर गन्ना विभाग का गन्ना शोध केन्द्र, गन्ना प्रशिक्षण केन्द्र सहित कुल 11 भवन हैं जिसमें लगभग 50 कमरे, दो हाल एवं प्रशासनिक भवन है.
इसमें कृषि विभाग का कृषि रक्षा इकाई, मृदा प्रशिक्षण, बीज भण्डार एवं मृदा सर्वेक्षण कार्यालय है. ये सभी भवन खाली हो गये हैं.
गन्ना शोध केन्द्र पिपराइच में पिपराइच चीनी मिल के जीएम आवास में शिफ्ट होना है जबकि जीएम आवास पिपराइच चीनी मिल के कुछ कमरो में ताला बन्द होने के कारण पूरी तरह शिफ्ट नही हो पा रहा है. जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर राहुल पाण्डेय को जिम्मेदारी सौपी कि वह 7 अप्रैल को शिफ्टिंग की कार्यवाही करा दें.
जिलाधिकारी ने बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डा0 गणेश को निर्देश दिया है कि वे विभागीय समन्वय बनाकर एम्स की स्थापना में तेजी लायें. राइट्स संस्था को इसके निर्माण की जिम्मेदारी दी गयी है.
बैठक में पी डब्ल्यूडी, जलनिगम, निर्माण, कृषि गन्ना, जीडीए, एवं अन्य विभागो के अधिकारी शामिल रहे.