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गोरखपुर में एम्स: विवाद जारी है

कम भूमि पर मिनी एम्स का निर्माण पूर्वांचल की जनता के साथ धोखा-जफर अमीन डक्कू
गन्ना शोध संस्थान पर बने एम्स, खुटहन की भूमि पर कृषि विश्वविद्यालय बनवाएंगें -आरएमडी अग्रवाल 

गोरखपुर, 18 जुलाई। अब जबकि एम्स के शिलान्यास में चार दिन ही बचे हैं, गोरखपुर में एम्स कहां बने इसको लेकर विवाद जारी है। एम्स गन्ना शोध संस्थान की भूमि पर बने या खुटहन स्थित भूमि पर, इसको भाजपा और सपा नेताओं के बीच लगातरी बयानबाजी हो रही है। भाजपा विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल द्वारा गन्ना शोध संस्थान पर ही एम्स बनाने और खुटहन की भूमि पर कृषि विश्वविद्यालय बनाए जाने के बयान पर उत्तर प्रदेश अल्पसंयक वित्त एवं विकास निगम के निदेशक व सपा नेता जफर अमीन डक्कू ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि गन्ना शोध संस्थान में भूमि कम होने के कारण वहां मानके अनुरूप एम्स का निर्माण नहीं हो पाएगा बल्कि वहां मिनी एम्स बनेगा जो पूर्वांचल की जनता के साथ धोखा होगा।

ganna shodh kendr

सदर विधायक एवं भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल ने कल एक बयान में कहा था कि गन्ना शोध संस्थान की भूमि पर एम्स बनाने के बारे में अंतिम निर्णय हो चुका है और अब इसमें कोई परिवर्जन न तो संभव है न इसकी आवश्यकता है। उनका यह भी कहना था कि खुटहन की भूमि बीआरडी मेडिकल कालेज के समीप है और एक ही स्थान पर दो चिकित्सा संस्थानों की जरूरत नहीं है।

Dr R M D Agrawal

भाजपा विधायक ने यह भी कहा कि खुटहन का भूमि विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। जब उक्त भूमि के बारे में सुप्रीम कोर्ट का अंतिम फैसला आ जाएगा तो वहां कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना करायी जाएगी।
सदर विधायक के इस बयान पर उत्तर प्रदेश अल्पसंयक वित्त एवं विकास निगम के निदेशक व सपा नेता जफर अमीन डक्कू ने आज जवाब देते हुए कहा कि खुटहन की भूमि के बारे में हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद भी भूमि को विवादित बताना निंदनीय है।

jafar amin dakku

उन्होंने कहा कि यह कहना कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक भूमि विवादित है तो योगी आदित्यनाथ सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने का इंतजार किए बिना क्यों अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि आखिर गन्ना शोध संस्थान की भूमि पर मिनी एम्स का शिलान्यास करने की प्रधानमंत्री को क्या जल्दी है ? राज्य सरकार एक महीने के अंदर खुटहन की भूमि पर कब्जा लेकर एम्स निर्माण के लिए केन्द्र को सौंप देगी। इसके बाद प्रधानमंत्री आकर उसका शिलान्यास करें। उन्होंने कहा कि यदि यहां मिनी एम्स का शिलान्यास हुआ तो सपा कार्यकर्ता 22 जुलाई को आधा दर्जन चैराहों पर प्रधानमंत्री का पुतला फूंकेंगे।

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