गोरखपुर, 12 जून। नार्मल स्थित दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद मस्जिद में मंगलवार 13 जून बाद नमाज जोहर अपराह्न 2:20 बजे इस्लाम की पहली लड़ाई ‘जंग-ए-बद्र के 313 सहाबा’ (नबी के साथी) व नबी-ए-पाक की शरीके हयात (पत्नी) उम्मुल मोमिनीन हजरत आयशा सिद्दीका रजियल्लाहु अन्हा के यौमे वफात के मौके पर एक प्रोग्राम होगा। जिसमें उन्हें खेराजे अकीदत पेश कर इसाले सवाब किया जायेगा।
यह जानकारी मुफ्ती अजहर शम्सी ने दी हैं। उन्होंने बताया कि जंग-ए-बद्र का वाकया 17 रमजानुल मुबारक को हुआ। जिसमें नबी-ए-पाक के 313 सहाबा ने बातिल कुव्वतों के साथ जंग लड़ी और इस्लाम का सरबुलंद किया। वहीं 17 रमजान को ही उम्मुल मोमिनीन हजरत आयशा सिद्दीका रजियल्लाहु अन्हा इस दुनिया से वफात हुई।
उन्होंने बताया कि जंग-ए-बद्र पर मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी व हजरत आयशा रजियल्लाहु अन्हा की सीरत पर मौलाना मकसूद आलम मिस्बाही रोशनी डालेंगे।