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धरने में विधायक बोले -विधान सभा में मामला उठा तो एसएसपी, डीआईजी, आईजी भी नहीं बचेंगे

भाजपा विधायक-एएसपी विवाद
गोरखपुर, 10 मई। गोरखपुर के नगर विधायक डा राधा मोहन दास अग्रवाल ने आज शराब के गैरकानूनी दुकानों को बंद कराने की मांग को लेकर टाउनहाल स्थित गांधी प्रतिमा पर आयोजित धरने में तीखे तेवर दिखाए। उन्होने अपने भाषण में कहा कि यदि दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो यह मामला विधानसभा में उठेगा और तब एसएसपी, डीआईजी और आईजी अपनी चमड़ी नहीं बचा पाएंगें।
डा अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि शराब की दुकानों के सम्बन्ध में उन्हें 80 से अधिक ज्ञापन मिले हैं जिसे वह प्रशासन को सौंप रहे हैं। यदि इन पर कार्यवाही नहीं हुई तो जनता का बड़ा आंदोलन खड़ा होगा। अभी चाहे तो पुलिस शराब माफियाओं के पक्ष में अपनी जितनी ताकत दिखा ले लेकिन जनता की ताकत खड़ी होगी तो वे कहीं नहीं दिखेंगे।
नगर विधायक ने कहा कि कोई भी अधिकारी हो उसे सरकारी अधिकारी सेवा नियमावली का उल्लंघन कर सार्वजनिक रूप से समाचार पत्रों में अपने विचार प्रकट करने का अधिकार नहीं है। एएसएपी ने सेवा नियमावली का उल्लंघन किया है।  मैं चेतावनी देता हूं गोरखपुर के आईजी, डीआईजी और एसएसपी को कि सीओ गोरखनाथ की सारी पोस्ट को निकालो और खंगालों और सरकारी अधिकारी सेवा नियमावली के तहत उनके खिलाफ कार्यवाही करो।

उन्होने स्थानीय मीडिया की तारीफ की लेकिन इलेक्ट्रानिक मीडिया को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर की मीडिया में घटना के सभी पक्ष आए लेकिन इलेक्ट्रानिक मीडिया ने सीओ की चापलूसी की। भाजपा विधायक ने कहा कि इलेक्ट्रानिक मीडिया की मेहरबानी से मैं देश का सबसे बड़ा गुंडा हो चुका हूं। अपराधी हो चुका हूं। रोज दिखाते हैं कि राधा मोहन बर्खास्त क्यों नहीं हुआ। यह मीडिया वालों की कौन सी मानसिक रोग हैं, कौन सी बीमारी हो गई है कि समझ नही आता। यह चैनल वाले कितना पैसा कमाना चाहते हैं। कुछ शर्म करो। चुल्लू भर पानी में डूब मरो मीडिया वालो। एक सीओ की चापलूसी कर रहे हो।

उन्होने अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें बहुत मुकदमा दर्ज कराने का शौक है। घबराओ नहीं जब यह महिलाएं तुम्हारे ऊपर मुकदमा दर्ज करेंगी तब तुम्हें मुकदमें का मतलब समझ में आयेगा। जिस दिन यह महिलाएं कोर्ट जायेंगी उस वक्त समझ में आयेगा औरतों पर अत्याचार करने का। किसी भम्र में किसी सरकारी अधिकारी को रहने की जरुरत नहीं हैं। जो अपने आपको कानून से ऊपर समझते हैं, जो अपने आपको कानून समझ बैठे हैं उन्हें जनता की सेवा करना सीखना पड़ेगा अगर गोरखपुर में रहना हैं।
उन्होंने कहा कि मैं आज रात लखनऊ जाऊंगा। मुख्यमंत्री से मुलाकात होगी और विधानसभा में रहूंगा। धैर्य रखियेगा। लौटकर आऊंगा और जो ज्ञापन आपने दिए हैं अगर प्रशासिनक अधिकारियों ने ईमानदारी से काम नहीं किया तो आप जो भी आंदोलन करेंगे मैं उसका नेतृत्व करुंगा। नगर विधायक ने शराब की दुकान का विरोध करने वाली महिलाओं को सम्मानित करने की घोषणा की।

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