-दो केन्द्र प्रभारियों ने नहीं खरीदा एक भी छटाक धान
महराजगंज, 03 दिसम्बर. पीसीएफ के जिला प्रबंधक जेबी सिंह ने धान खरीद में रूचि न लेने वाले 24 केन्द्र प्रभारियों को चेतावनी नोटिस जारी किया है।
इन 24 केन्द्र प्रभारियों में दो ऐसे है जिन्होंने एक भी छटाक धान नहीं खरीदा है। नोटिस में कहा कि धान खरीद में तेजी लाएं वरना कार्यवाई तय है।
प्रबंधक श्री सिंह ने रविवार को धान खरीद की समीक्षा की तो 24 केन्द्र प्रभारियों का उदासीनता सामने आई। जिस पर नाराजगी जाहिर की। श्री सिंह ने बताया कि साधन सहकारी समिति अहिरौली, बेलवा बुजुर्ग ,बंसवार , मुजुरी, पनियरा , बङवार, रूद्रौली, मधुबनी , दरहटा , औराटार ने अपेक्षित धान नहीं खरीदा है। यहीं हाल साधन सहकारी समिति महुअवा महुई,कानापार , बेलवही शिकारगढ, समरधीरा , राजमंदिर, रामनगर कोनघुसरी , साधन समिति देवघट्टी, खैराटी, बैकुंठपुर व सिरसिया की भी है। सहकारी संघ देवघट्टी व एलएसएस उदयपुर, किसान सेवा समिति बैठवलिया ने भी लक्ष्य से कम धान खरीदा है।
[box type=”shadow” ] धान खरीद एक नजर में
पीसीएफ का खरीद लक्ष्य -80000 एमटी
पीसीएफ द्वारा अबतक खरीद-16169 एमटी
अबतक कुल 2111किसानों से हुई धान खरीद
कुटाई के लिए मिलरों को प्रेषित धान-12284 एमटी
एफसीआई को डिलेवर्ड चावल-5508 एमटी[/box]
साधन सहकारी समिति देवघट्टी व क्रय केन्द्र शाहाबाद ने तो एक भी छटाक धान नहीं खरीदा है जो गंभीर चिंता का विषय है. जिला प्रबंधक श्री सिंह ने बताया कि बिल्कुल धान न खरीदने वाले दोनों केन्द्रों को निरस्त कराया जाएगा।
बङे काश्तकारों से संपर्क कर लाएं धान खरीद में तेज़ी
पीसीएफ के जिला प्रबंधक जेबी सिंह ने पीसीएफ के सभी केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र के बङे काश्तकारों से मिलें तथा उन्हें समर्थन मूल्य योजना के तहत धान बेचने को प्रेरित करें।
श्री सिंह ने कहा कि ग्राम प्रधानों, लेखपालों व ब्लाक स्तरीय कर्मचारियों से भी संपर्क उनसे धान खरीद में सहयोग लें। आवश्यकता पङा तो सचल खरीद भी कर सकते हैं।
सभी प्रभारी जितना धान खरीदे उसको उसी दिन शासकीय पोर्टल पर अपलोड भी करा दें। खरीदे गए धान की कीमत उसी दिन किसानों के खाते में भेजना दें।
धान खरीद में नमी के नाम पर किसानों से अतिरिक्त धान कत्तई न लें। नहीं किसी प्रकार की कटौती करें। शिकायत मिली तो कार्रवाई होगी।
सभी केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया जाता है कि वे 15 दिसम्बर तक समर्थन मूल्य योजना के तहत अभियान चलाकर धान खरीदें। अगर किसी क्रय केन्द्र पर एक लाट अर्थात 403 कुंटल धान हो जाय तो उसे कुटाई के लिए अनुबंधित राइस मिलों को डिलेवर्ड कराया सुनिश्चित करें