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पटना की कोरस 22 अप्रैल को करेगी नाटक ‘ कुच्ची का कानून ’ का मंचन

गोरखपुर, 18 अप्रैल। प्रेमचन्द पार्क के मुक्ताकाशी मंच पर 22 अप्रैल को शाम सात बजे पटना की कोरस टीम प्रख्यात कथाकार शिवमूर्ति लिखित कहानी ‘ कुच्ची का कानून ’ का मंचन करेगी. यह आयोजन प्रेमचन्द साहित्य संस्थान और अलख कला समूह ने किया है.

दोनों संस्थाओं से जुड़े सुजीत श्रीवास्तव, बैजनाथ मिश्र और बेचन सिंह पटेल ने बताया कि ‘ कुच्ची का कानून ’ कहानी गांव के गहरे अंधकूप से एक स्त्री के बाहर निकलने की कहानी है जिसे कुच्ची नाम की विधवा अपनी कोख पर अपने अधिकार की अभूतपूर्व घोषणा के साथ प्रशस्त करती है. यह ससुराल की भू सम्पत्ति में एक स्त्री का बराबर की हिस्सेदारी का दावा करने की भी कहानी है.

kuchichi ka kanoon 3

आयोजकों ने बताया कि ‘ कोरस ’ खास तौर पर महिला प्रश्नों पर काम करने वाली पटना की सांस्कृतिक टीम है. कोरस की स्थापना 1992 में प्रख्यात लेखक एवं संस्कृति कर्मी डॉ महेश्वर ने की थी. उस समय यह सिर्फ लड़कियों की गायन टीम थी. उनके निधन के बाद कोरस का काम ठप हो गया। आठ मार्च मार्च 2016 को इसकी पुनः शुरुआत की गई. इसके बाद से कोरस लगातार सक्रिय है. कोरस ने मंचीय नाटक के साथ -साथ नुक्कड़ नाटक व् गीतों की प्रस्तुति, सेमिनार, वर्कशॉप, कविता-पाठ के आयोजन किए हैं.

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