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बिजली इंजन से दिल्ली से आई वैशाली

छपरा-बाराबंकी रेल खण्ड का विद्युतीकरण कार्य पूरा, अब बिजली के इंजन से चलेंगी ट्रेनें 
गोरखपुर 26 अगस्त। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य रेल पथ छपरा-बाराबंकी रेल खण्ड का विद्युतीकरण कार्य पूरा होने के बाद आज नई दिल्ली-बरौनी वैशाली एक्सप्रेस का संचलन पहली बार विद्युत इंजन से किया गया।
छपरा-बाराबंकी रेल खण्ड का विद्युतीकरण का कार्य आठ वर्ष में पूरा हुआ। इसके बाद रेल खंड से आने-जाने वाली सभी माल व यात्री गाडि़यों का संचलन विद्युत इंजन से किया जायेगा इसका सीधा लाभ यात्रियों के यात्रा समय में कमी तथा इस क्षेत्र के पर्यावरण को सुरक्षा मिलेगा। अधिक हार्स पावर के विद्युत इंजन से तीव्र गति एवं अधिक कोचों एवं वैगनौं की सवारी व मालगाडि़याँ चलाई जा सकेंगी। डीजल इंजन के मुकाबले विद्युत इंजन के रख-रखाव के व्यय में कमी के साथ डीजल पर व्यय होने वाली विदेषी मुद्रा की बचत होगी।
पूर्वोत्तर रेलवे में वर्ष 2003 में लखनऊ जंक्षन-बाराबंकी खण्ड का विद्युतीकरण पूरा कर इस खण्ड पर डेमू गाडि़यों का का संचलन प्रारम्भ किया गया था। 424 किमी. बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा कचहरी खण्ड के विद्युतीकरण कार्य को वर्ष 2007-08 में स्वीकृत किया गया था। इस पूरे कार्य को दो खण्डों- बाराबंकी-गोरखपुर एवं छपरा-सीवान-थावे-गोरखपुर कैण्ट में विभाजित कर किया गया। छपरा कचहरी-छपरा खण्ड के विद्युतीकरण का कार्य अक्टूबर ,2012 में पूरा किया गया। 91.6 किमी. बाराबंकी-गोण्डा खण्ड का विद्युतीकरण कार्य 21 जुलाई,2014 को पूरा किया गया था। 88.02 किमी. छपरा-सीवान-थावे खण्ड का विद्युतीकरण कार्य 23 जून,2014 को तथा 49.5 किमी. सीवान-भटनी रेल खण्ड का विद्युतीकरण कार्य 10 दिसम्बर,2014 को पूरा किया गया।
पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-बलिया-गाजीपुर-वाराणसी-इलाहाबाद (330 किमी) के विद्युतीकरण का कार्य रू0 415 करोड़ की लागत से रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। कानपुर जंक्शन-कल्याण खण्ड पर विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है तथा इस खण्ड पर 30 अप्रैल, 2015 से मेमू गाडि़याँ चलाई जा रही हैं।

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