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पॉवरलूम बंद होने पर बेटा कमाने गया सऊदी अरब, बाप को मिट्टी देने से महरुम

गोरखपुर, 16 फरवरी। बुनकरों के दर्द की फेहरिस्त लम्बी हैं। मंगलवार को संतकबीरनगर जिले में भीषण मार्ग दुर्घटना में आठ लोग मारे गये। मरने वालों में गोरखनाथ क्षेत्र के रहने वाले बुनकर 60 वर्षीय हबीबुल्लाह (कंपाउंडर) भी शामिल थे। जब उनका जनाजा पुराना गोरखपुर स्थित कब्रिस्तान पहुंचा तो बुनकरों का गम बढ़ गया और बरबस ही जुबां से निकला “काश पॉवर लूम बंद न होता, कारोबार चौपट न होता, हबीबुल्लाह का बेटा सऊदी अरब कमाने न जाता तो बाप के जनाजे को बेटा कंधा भी देता और आखिरी दर्शन कर मिट्टी भी देता।”

जनाजे में शामिल बुनकर मौलाना उबैदुर्रहमान ने बताया कि गोरखनाथ मंदिर रोड पर मरहूम हबीबुल्लाह का घर हैं। उनके पास चार पॉवरलूम थे। चार साल पहले बंद हो गये। मरहूम घर चलाने के लिए शिफा हास्पिटल गोरखनाथ में कंपाउंडर थे। डेढ़ साल पहले अपने पुत्र मोहम्मद अहमद को कमाने के लिए सऊदी अरब भेजा था। बाप के मौत की खबर तो बेटे तक पहुंचा दी गयी लेकिन बेटा उतनी दूर से कैसे आता। बेचारे को न बाप के जनाजे का कंधा मिला न मिट्टी। काश हमारा कारेबार यहां ठीक चलता तो किसों को दूसरे मुल्क में काम के लिए जाना पड़ता।⁠⁠⁠⁠

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