लखनऊ, 8 दिसंबर। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने बुधवार को यहां प्रदर्शनकारी शिक्षकों पर पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज की, जिसमें एक शिक्षक की
मौत हो गई और कई गंभीर रुप से घायल हो गये, कड़ी निंदा की है।
पार्टी राज्य इकाई की ओर से यहां जारी बयान में कहा गया है कि लोकतांत्रिक आंदोलनों के प्रति सपा सरकार निरंकुश होती जा रही है। अभी कुछ ही दिन पहले
भोपाल फर्जी एनकाउंटर के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना देने के सवाल पर एक संगठन के कार्यकर्ताओं की पुलिस ने हड्डीतोड़ पिटाई की थी। ताजा मामले में पेंशन की बहाली को लेकर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को इतना पीटा गया कि उनमें से एक की मौत हो गई। यह दिखाता है कि चला चली की बेला में सपा सरकार बदहवास होती जा रही है और लोकतंत्र के प्रति न्यूनतम सम्मान तक प्रदर्शित करना भूल चुकी है।
भाकपा (माले) ने दोषी अधिकारियों व पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा कायम कर तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है।