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मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल का फरमान-कोई मीडिया से बात नहीं करेगा

गोरखपुर, 8 अगस्त। इंसेफेलाइटिस और उससे सम्बन्धित खबरों के मीडिया में आने से बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य परेशान हैं। उन्होंने मेडिकल कालेज के शिक्षकों, चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ व कर्मचारियों को मीडिया से बात न करने की चेतावनी दी है और कहा है कि यदि कोई मीडिया से बात करते पाया जाता है तो कठोर कार्यवाही की जाएगी।
प्राचार्य ने इसके लिए बकायदा विभागीय आदेश जारी किया है। यह आदेश पांच अगस्त को जारी किया गया है। यह आदेश सभी 23 विभागों के अध्यक्षों को, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, टामा सेंटर, सेंट्रल लाइब्रेरी के प्रभारियों को भेजा गया है। साथ ही इसकी प्रति अपर मुख्य सचिव चिकित्सा अनुभाग और महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को भी भेजा गया है।
इस आदेश जारी करने का मकसद इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों, इलाज की बदइंतजामियों की खबरों को छुपाना है। हाल के दिनों में मीडिया में इंसेफेलाइटिस से मौतें, इंसेफेलाइटिस से जुड़े चिकित्सकों,नर्सों को महीनों-महीनों से वेतन न मिलने, पीएमआर विभाग के चिकित्सा कर्मियों को २७ महीने से वेतन नहीं मिलने, एलएमओ गैस प्लांट का पैसा न मिलने के कारण आक्सीजन सप्लाई पर संकट की खबरें आई हैं। खुद प्राचार्य पर मीडिया से बात न करने की शिकायतें हैं। ऐसे में सवाल उठाता है कि मेडिकल कालेज की खबरों पर आधिकारिक रूप से कौन बात करेगा। मेडिकल कालेज में आज यह भी चर्चा थी कि शासन और बड़े अफसरों के दबाव में प्राचार्य ने यह आदेश जारी किया है।

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