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युवा बनाएंगे अम्बेडकर और भगत सिंह के सपनों का नया भारत-राकेश

अम्बेडकर-भगत सिंह जन चेतना यात्रा का गोरखपुर में जोरदार स्वागत, सभा
गोरखपुर, 22 सितम्बर। बनारस से 15 सितम्बर को शुरू हुई अम्बेडकर-भगत सिंह जन चेतना यात्रा आज अपने आखिरी पड़ाव गोरखपुर पहुंची। आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा द्वारा निकाली गई इस यात्रा के गोरखपुर पहुंचने पर दोनों संगठनों के अलावा अन्य दलित, वाम व प्रगतिशील संगठनों व व्यक्तियों ने डीएम कार्यालय पर जोरदार स्वागत किया और सभा की। सभा में वक्ताओं ने बाबा साहब भीमराव अम्बडेकर और भगत सिंह के विचारों के अनुरूप नए भारत के निर्माण का आह्वान किया।
सभा को सम्बोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश सचिव राकेश सिंह ने कहा कि इस यात्रा के जरिए हमने उत्तर प्रदेश में भूमिहीन दलितों और गरीबों को जमीन व आवास की गारंटी करने, गैर दलितों को दलितों की जमीन खरीदने के उत्तर प्रदेश की नई राजस्व नीति को तत्काल रद करने, एससी एसटी एक्ट को और मजबूत व व्यापक बनाने, दलितों से कराये जाने वाले अमानवीय कार्यों पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने, प्रोन्नति में आरक्षण व्यवस्था को शुरू करने शिक्षण संस्थानों और कार्यालयों में जातिगत भेदभाव पर रोक लगाने के लिए रोहित एक्ट बनाने के मुद्दे को उठाया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के राज में दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं जिसका प्रतिकार छात्रों और नौजवानों से हैदराबाद से लेकर उना तक किया है। युवाओं ने गुजरात में दलितों पर हमले के खिलाफ एक बड़े आंदोलन को जन्म दिया है जो गुजरात तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि पूरे देश तक फैलेगा।
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सभा को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता फतेह बहादुर सिंह, भाकपा माले के जिला सचिव राजेश साहनी, महराजगंज से आए भाकपा माले नेता हरिशचन्द्र जायसवाल, श्याम मिलन एडवोकेट, जन संस्कृति मंच के सचिव मनोज कुमार सिंह, छाया ने कहा कि देश के नौजवान बाबा साहब और भगत सिंह के विचारों को मूर्तियों तक कैद नहीं होने देंगे बल्कि उन्हे जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार देश के सभी संसाधनों को बेशर्मी से पंूजीपतियों को सौंप रही है और इसके विरोध की आवाज को कुचलने की कोशिश कर रही है। सभा का संचालन इनौस नेता महेश ने किया जबकि अध्यक्षता दलित शिक्षक नेता श्रवण कुमार ने की।
इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
यह यात्रा 15 सितम्बर को बनारस से शुरू हुई थी जो चंदौली,मिर्जापुर,,सोनभद्र, भदोही, संत रविदास नगर,गाजीपुर, बलिया,मऊ,आजमगढ़ होते हुए आज गोरखपुर में सम्पन्न हुई।

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