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योगी आदित्यनाथ को नहीं बल्कि अनुशासन समिति को है मुझे बर्खास्त करने का अधिकार : सुनील सिंह

– भाजपा पर लगाया योगी आदित्यनाथ को गुमराह करने का आरोप

गोरखपुर, 31 जनवरी। सांसद योगी आदित्यनाथ द्वारा बर्खास्त हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह का कहना है कि उन्हें और या किसी अन्य पदाधिकारी को बर्खास्त करने का अधिकार संगठन कि अनुशासन समिति को है जिसे कोर कमेटी गठित करती है। हम किसी दुकान के कर्मचारी नहीं हैं कि दुकानदार दुकान का शटर गिरा कर कह दे कि कल से मेरे दुकान पर मत आना।

सुनील सिंह आज प्रेस क्लब में मीडिया से बात कर रहे थे। ढाई दशक तक योगी आदित्यनाथ के साथ रहने वाले सुनील सिंह ने अपनी बगावत को योगी के अपमान का बदला करार दिया। उन्होंने कहा कि  पिछले पच्चीस साल में जब-जब योगी आदित्यनाथ का अपमान हुआ हमने उसका बदला लिया। चाहे कुसुम राय ने अपमान किया हो या फिर चंपा देवी पार्क में डा. अयूब ने। हम योगी के अपमान का बदला हमेशा लेते रहेंगे। अबकी भाजपा ने योगी का अपमान किया है। इस चुनाव में उससे बदला लिया जायेगा।

सुनील सिंह और प्रेम शंकर मिश्र
सुनील सिंह और प्रेम शंकर मिश्र

हियुवा के संरक्षक सांसद आदित्यनाथ द्वारा बर्खास्त प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह ने बर्खास्तगी के निर्णय को असंवैधानिक बताया हैं। उन्होंने कहा कि बर्खास्त करने का अधिकार सिर्फ अनुशासन समिति को हैं। वह अनुशासन समिति कोर कमेटी द्वारा गठित होनी चाहिए और उस कोर कमेटी द्वारा गठित अनुशासन समिति कारण बताओ नोटिस जारी करेगी। हमारा जवाब लेगी। हमारे जवाब का परीक्षण करेगी उसके बाद किसी निष्कर्ष पर पहुंचेगी। हम किसी दुकान के कर्मचारी नहीं हैं कि दुकानदार दुकान का शटर गिरा रहा हैं और कह रहा हैं कि कल तुम मेरे दुकान पर मत आना। हम एक रजिस्टर्ड संगठन के पदाधिकारी हैं। ई.पीके मल्ल हमारा कर्मचारी हैं। उनको भी ठीक करेंगे। हम योगी आदित्नाथ के अंग हैं और रहेंगे।
उन्होंने भाजपा पर योगी आदित्यनाथ को गुमराह करने का आरोप लगाया हैं। कहा कि भाजपा योगी आदित्यनाथ को अपमानित कर रही हैं। महराज जी ने हमारे ऊपर कोई कार्यवाही नहीं किया हैं। कुछ चाटुकार भाजपा शरणम् गच्छामि करने वालों की यह साजिश हैं। मैंने भाजपा को नेस्तनाबूत  करने का प्रयास किया हैं। सुनील सिंह ने ऐलान किया कि हम पूर्वांचल की 50 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। बुधवार को एक दर्जन प्रत्याशियों की घोषणा की जायेगी। अधिवक्ताओं का एक पैनल चुनाव आयोग भेजा हैं। हम पूर्वांचल में तय कर रहे हैं कि हमारा एक ही चुनाव चिह्न हो। तकनीकी रुप से हम निर्दल चुनाव लड़ रहे हैं। कोर कमेटी के निर्णय पर ही अमल होगा। हमने आज तक योगी व भाजपा से टिकट नहीं मांगा। भाजपा अगर आज योगी को सीएम उम्मीदवार घोषित कर दें पूरे पांच साल तक भाजपा कार्यालय पर कप प्लेट धोऊंगा।
इस दौरान एडवोकेट प्रेमशंकर मिश्र ने कहा कि वर्तमान परिस्थियों में हम और हमारे साथी सुनील सिंह के साथ खड़े हैं। सुनील सिंह को बर्खास्त करना विधिक व नैतिक दृष्टिकोण से उचित नहीं हैं। अध्यक्ष आल इन आल होता हैं। ऐसे में अध्यक्ष को बर्खास्त करना कैसे। योगी हमारे संरक्षक व आराध्य हैं , पदाधिकारी नहीं। हम योगी जी के अपमान के लिए लड़ेंगे। जब किसी आराध्य का अपमान होता है तो उसकी सहमति की आवश्यकता नहीं होती। हनुमान का लंका जलाना, हमारा बाबरी मस्जिद गिराना इसका उदाहरण हैं। किसी से अनुमति ली गयी थी। राम से पूछकर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा क्या ?  योगी को बार-बार अपमानित किया जा रहा हैं। इस अपमान का प्रतिकार तो हमें करना ही हैं। हम भाजपा के वर्तमान स्वरुप को अस्वीकार करते हैं। उप्र में 70 फीसदी बाहरी लोगों को टिकट दिया गया। ऐसे लोगों को टिकट दिया गया हैं जो योगी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। कल तक योगी को गाली देने वाला आज भाजपा का प्रत्याशी है।⁠⁠⁠⁠

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