जनपद

रसूल-ए-पाक ने दी औरतों के सम्मान की शिक्षा – अफजल बरकाती

इलाहीबाग में मनाया गया ‘जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी’
गोरखपुर, 16दिसम्बर। इलाहीबाग स्टेट बैंक के पीछे नौजवान कमेटी के तत्वावधान में शुक्रवार को ‘जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी’ प्रोग्राम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में हाफिज व कारी अफजल बरकाती ने कहा कि रसूल-ए-पाक हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहौ अलैहि वसल्लम ने औरतों को सम्मान और प्रतिष्ठा के समान स्तर पर लाकर बिठाया और मर्दों के साथ-साथ औरतों को भी तमाम सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक अधिकार प्रदान किए। रसूल-ए-पाक हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहौ अलैहि वसल्लम के तशरीफ लाने से पहले अरब व दुनिया के अन्य देशों में औरतों की दशा काफी दयनीय थी। आप ने बेटी की पैदाइश को शुभ बताया। औरतों के सम्मान की शिक्षा दी।
सीवान के मौलाना नसबुल ऐन चतुर्वेदी ने कहा कि मुसलमानों का खोया वकार सिर्फ कुरआन व हदीस के इल्म से ही वापस मिल सकता है। जब रसूल-ए-पाक से मुसलमानों का ताल्लुक मजबूती से जुड़ेगा तभी कामयाबी हमारे कदम चूमेगी।
मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने कहा कि मुसलमानों ने साइंस, चिकित्सा, आर्ट आदि क्षेत्रों में लाजवाब कारनामे अंजाम दिए। अफसोस मुसलमानों ने उस इल्म से कोई फायदा नहीं उठाया, जबकि आज भी हमारे पास कुरआन व हदीस का नायाब इल्मी खजाना मौजूद है।
अध्यक्षता हाफिज खुर्शीद आलम व संचालन हाफिज गुलाम खैरूल वरा ने किया। इस मौके पर गुलाम मोहम्मद, आमिर, माजिद,  सूफी निसार अहमद, गुलाम जीलानी, सुलेमान, गुलाम रब्बानी, मो. आसिफ, सुब्हानल्लाह, मुस्लिम सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

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