जनपद

विधि संकाय प्रतिनिधि का आरोप- छात्र संघ अपना दायित्व नहीं निभा पा रहा

नौ महीने बाद भी सामान्य सभा एवं कार्यकारिणी सभा की बैठक नहीं हो पाने पर सवाल उठाए
गोरखपुर , 18 मई। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ संघ के विधि संकाय प्रतिनिधि शिवेंद्र कुमार पांडेय ने छात्रसंघ पर अपने दायित्व का निर्वहन में असफल होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि छात्र संघ के गठन के नौ महीने बाद भी सामान्य सभा एवं कार्यकारिणी सभा की कोई बैठक नहीं हो सकी है।
श्री पांडेय ने कहा कि 10 वर्ष बाद गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव  हुआ था जिसमें मैं सर्वाधिक मतों से अपने संकाय का प्रतिनिधि चुना गया। परंतु मुझे अफसोस है कि 21 सितंबर 2016 से अभी तक मई 2017 लगभग 9 महीने होने को है और शैक्षणिक सत्र समापन की ओर है, लेकिन छात्रसंघ अद्यादेश 2006 के अनुरूप होने वाले सामान्य सभा एवं कार्यकारिणी सभा की कोई बैठक नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि सभी संकाय चाहे वह वाणिज्य हो या फिर कला विधि विज्ञान के प्रतिनिधि किसी छात्र संघ की मीटिंग की अभाव में वह अपनी बातें केंद्रीय पदाधिकारियों तक पहुंचाने में असफल रहे हैं। मैं स्वयं एक प्रतिनिधि हूं साथ ही साथ विवेकानंद छात्रावास का छात्रावासी भी हूं पर मुझे अफसोस है कि यह छात्रसंघ अपनी कार्यकुशलता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है।  दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय अध्यादेश 2006 में निर्दिष्ट धारा 7 इस बात का प्रावधान करती है कि सामान्य सभा एवं कार्यकारिणी समिति के अधिकार दायित्व क्या होंगे पर इसे पूर्ण करने में या छात्रसंघ असफल दिख रहा है।किसी विश्वविद्यालय में छात्र हितों के ध्यान रखने का संगठन छात्र संघ को माना जाता है परंतु यह छात्रसंघ अध्यादेश के अनुरूप में नहीं चल रहा है। उन्होंने छात्र -छात्राओं से अपील की कि वे आगामी सत्र में होने वाले छात्र संघ चुनाव में इस प्रकार का चुनाव करें कि विश्वविद्यालय छात्र संघ की गरिमा बनी रहे।

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