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हड़ताल के साथ एकजुटता में खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा का ब्लाक मुख्यालयों पर प्रदर्शन

न्यूनतम मजदूरी 692 रूपया करने, हर परिवार के दो सदस्यों को एक वर्ष में 300 दिन काम देने और खाद्य सुरक्षा के तहत हर महीने 50 किलो अनाज देने की मांग
गोरखपुर, 2 अगस्त। श्रमिक संगठनों की हड़ताल के समर्थन में अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा ने चरगांवा, खोराबार, उरूवा आदि स्थानों पर ग्रामीण मजदूरों व गरीबों के मुद्दों को लेकर ब्लाक मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया।
चरगांवा ब्लाक पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने प्रदर्शन किया। धरना-प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव राजेश साहनी, एपवा नेता मनोरमा चैहान, खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के नेता विनोद भारद्वाज, रामानन्द निषाद आदि ने न्यूनतम मजदूरी 692 रूपया करने, हर परिवार के दो सदस्यों को एक वर्ष में 300 दिन काम देने, खाद्य सुरक्षा के तहत प्रत्येक परिवार को 50 किलो अनाज व ईंधन देने की मांग करते हुए आवास व रोजगार को अधिकार बनाने की मांग उठायी। नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार पूंजीपतियों से यारी कर गरीबों को धोखा देने का कार्य कर रही है। उसने ग्रामीण गरीबों और मजदूरों के लिए पहले से चली आ रही योजनाओं के बजट में व्यापक कटौती की है जिसके के कारण उनकी स्थिति और खराब हुई है।
इस दौरान ग्रामीण महिलाओं ने मनरेगा में काम देने, बकाया मजदूरी का भुगतान देने, स्वच्छता अभियान के तहत पहले से दी गई सूची के अनुसार शौचालय बनवाने, आवास, पेंशन योजना में धांधली को लेकर आक्रोश जताया। धरना-प्रदर्शन बीडीओ के मौके पर आने तक चला। बीडीओ ने ज्ञापन लेकर मांगों पर जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया।
धरना प्रदर्शन को रामलौट, विनोद पासवान, नुरूदीन आदि ने भी सम्बोधित किया।

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