जनपद

सरकारी कार्यों में लाल ईंटों का प्रयोग बढाने को डी एम से मिले ईंट व्यवसायी

-इंटरलाकिंग ईंटों को हानिकारक व कमजोर बताया

महराजगंज, 15 सितम्बर. महराजगंज ईंट निर्माता समिति का एक प्रतिनिधि मंडल गुरूवार को जिलाधिकारी से मिला तथा सरकारी कार्यों में लाल ईंटों को प्रयोग बढवाने की मांग सहित आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
समिति के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश करमचंदानी ने पत्रक में कहा कि इन दिनों सरकारी कार्यों में लाल ईंटों के स्थान पर इंटरलाकिंग तथा प्लाई एश ईंटों का प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है।
एक तो इंटरलाकिंग ईंट महंगा पड़ता है. दूसरे वह लाल ईंटों की तुलना में बेहद कमजोर भी होता है। पर्यावरण के लिहाज से भी इंटरलाकिंग ईंट हानिकारक होता है। लाल ईंट तैयार करने वाले ईंट भट्टे सिजनल होते है जो कुटीर उद्योग की श्रेणी में आता है। इससे सैकड़ों मजदूरों की रोजी-रोटी भी जुड़ी होती है। पत्रक में यह भी कहा कि लाल ईंट तैयार करने में खेत से अधिकतम दो मीटर ही मिट्टी निकाली जाती है जिससे खेत समतल हो जाता है। जमीन उपजाऊ भी हो जाती है।
जबकि इंटरलाकिंग ईंट बनाने में पहाड़ों पर चट्टानों को तोड़ा जाता है तथा बालू का खनन होता है जिससे पर्यावरण पर खतरा होता है। तमाम विसंगतियों को देखते हुए शासन-प्रशासन को चाहिए कि वह सरकारी कार्यों में लाल ईंटों का प्रयोग बढवाए ताकि कम लागत में टिकाऊ निर्माण कार्य हो सके। पर्यावरण भी संतुलित रहे तथा कुटीर उद्योग भी चलता रहे।
डी एम से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल में ओमप्रकाश करमचंदानी के अलावा जहीर खान, कृष्ण गोपाल जायसवाल, राजकुमार जायसवाल, रामप्रीत आदि शामिल रहे ।

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