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सिसवा के 12वीं के छात्र ने बनाया एंकेप मैसेन्जर और आई प्रो फ्रेंड सोशल नेटवर्किंग एप्लीकेशन

-चार महीने में बनाया सोशल नेटवर्किंग एप्स आई प्रो फ्रेंड ‘

-आई प्रो फ्रेंड  से जुड़े 5 हज़ार मेम्बर और 30 हज़ार विज़िटर्स

गुफरान अहमद

सिसवा बाजार (महराजगंज), 19 जुलाई। कहते हैं कि मेहनत इतनी ख़ामोशी से करनी चाहिये कि सफलता शोर मचा दे। और इस कहावत को चरितार्थ करते हुये अंकुर ने चार महीने के कठिन परिश्रम की बदौलत फेसबुक और व्हाट्सअप जैसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्क व मैसेन्जर के तर्ज पर एंकेप मैसेन्जर और आई प्रो फ्रेंड नामक सोशल नेटवर्किंग का एप्लिकेशन बनाकर यह साबित कर दिया है कि लगन और कठिन परिश्रम से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।
मूलतः सिसवा ब्लाक के ग्रामसभा मथनिया निवासी गोरखनाथ त्रिपाठी के 19 वर्षीय पुत्र अंकुर त्रिपाठी गोरखपुर में नवल एकेडमी स्कूल में बारहवीं के छात्र है। अंकुर बचपन से ही पढ़ाई में तेज़ था। उसने फेसबुक और व्हाट्सअप का प्रयोग करने के बाद खुद का एप्लिकेशन बनाने की सोची। फ़रवरी 2016 में उसने ऐप बनाना शुरू किया। और अंततः चार महीने के अथक प्रयास के बाद अंकुर ने एंकेप नामक मैसेन्जर तैयार किया जो व्हाट्सअप और टेलीग्राम से किसी भी मायने में कम नहीं था। इतना ही नहीं अंकुर ने फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल नेटवर्क को चुनौती देते हुए आई प्रो फ्रेंड डॉट कॉम (iprofriend.com) नामक सोशल नेटवर्क का एप्लिकेशन भी बनाया जिसमें अंकुर ने फोटो रेटिंग, फेसबुक में पेज की जगह ब्लॉग का इस्तेमाल, लोगों को नेवोर्किंग से जोड़ने के लिये प्रतिदिन एक सामान्य ज्ञान का प्रश्न दिये जाने की विशेषता दिया है। अगले दिन उस प्रश्न को बदल दिया जाता है। अंकुर के इस सोशल नेटवर्किंग से अब तक 5 हज़ार मेम्बर और 30 हज़ार विज़िटर्स शामिल हो चुके हैं।

इसी प्रकार एंकेप मैसेन्जर में अंकुर ने जो फीचर्स तैयार किये हैं वो चौंकाने वाले हैं। अंकुर का दावा है कि एंकेप में डेढ़ जी बी तक की फोटो और विजुअल टेक्स्ट फाइल अपलोड करके भेजी जा सकती है। यह ऐप पूरी तरह सुरक्षित है। डाटा सेंड करने की स्पीड भी दूसरे मैसेंजरों से तेज़ है।
अंकुर आगे चलकर एप्स डेवलपर बनकर भारत सरकार के डिजिटल मिशन के लिए काम करना चाहता है। जिसके लिये वह अभी से तैयारियों में जुट गया है। अंकुर की अगली तैयारी एक ऐसा ऐप्स बनाने की है जिससे एक सीमित दायरे में ऑफलाइन चैटिंग किया जा सकता है। अंकुर ने बताया कि इसके अलावा वो हेलो डिजिटल इण्डिया के नाम से सेटेलाइट स्थापित करना चाहता है।

👉 ये हैं एंकेप की खूबियां

एंकेप एक सोशल नेटवर्किंग ऐप है जो ठीक व्हाट्सअप, टेलीग्राम और हाईक की तरह काम करता है। अंकुर का दावा ही कि इसके फीचर्स और क्षमता व्हाट्सअप से दोगुना हैं। मूलतः टेलीग्राम के सर्वर पर काम कर रहे एंकेप से जे पी इ जी, एम पी 3, एम पी 4 जैसे फाइल फॉर्मेट के अलावा पी डी एफ, डॉक, ज़िप फाइल भी ट्रान्सफर हो सकते हैं। यही नहीं इस ऐप से करीब डेढ़ जी बी तक की फाइल दूसरे को भेजी जा सकती है। इसके मैसैज ऑटोमेटिकली क्लॉउड में सेव हो जाते हैं। जिसे कभी भी हासिल किया जा सकता है। इसकी सर्विस भी अन्य नेटवर्किंग ऐप की तरह काफी तेज़ है। गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध इस ऐप से एक साथ 100 लोगों को मैसैज भेजा जा सकता है।

👉 ये हैं आई प्रो फ्रेंड की खूबियां

अंकुर द्वारा 21 जून 2016 को तैयार आई प्रो फ्रेंड डॉट कॉम में ढेर सारी खूबियां हैं। इसमें यह साइट फेसबुक से भी बेहतर है। साइट को काफी आकर्षक बनाया गया है। जिसमें फोटो रेटिंग की व्यवस्था की गयी है। फेसबुक में पेज दिया गया है जबकि इस साइट पर ब्लॉग दिया गया है। लोगों को जोड़ने के लिए इस साइट पर प्रतिदिन एक सामान्य ज्ञान सम्बन्धित प्रश्न दिया जाता है। प्रतिदिन शाम को उसका उत्तर डिस्प्ले किया जाता है। और अगले दिन प्रश्न को बदल दिया जाता है।

 

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