जनपद

धान खरीद के लिए 75 केन्द्र निर्धारित, 1550 रूपया प्रति कुंतल होगा धान का समर्थन मूल्य

-एडीएम बने जिला धान खरीद अधिकारी , पहली नवम्बर से शुरू होगी खरीद
-केन्द्रो पर कर्मचारियों की तैनाती, बैनर लगाने के साथ-साथ खाता खोलने का दिया निर्देश
महराजगंज, 13 सितंबर . समर्थन मूल्य योजना के तहत धान खरीद की प्रशासनिक कसरत शुरू हो गई है। धान खरीद को जिले में कुल 75 क्रय केन्द्र निर्धारित किए गए हैं। इन सभी केन्द्रों पर कर्मचारियों की तैनाती, केन्द्रों पर बैनर टांगने के साथ-साथ खाता खोलने सहित अन्य तैयारी पूरी करने को क्रय एजेंसियों को निर्देशित किया गया है।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि धान खरीद के लिए केन्द्रों का निर्धारण तो हो गया है मगर अभी तक खरीद का लक्ष्य प्राप्त नहीं हो सका है। उम्मीद की जा रही है कि करीब दो लाख टन धान खरीद का लक्ष्य मिल सकता है।
किस क्रय एजेंसी के खुलेंगे कितने केन्द्र
खाद्य विभाग – 9
पीसीएफ के-43
कर्मचारी कल्याण निगम के-7
नेकाफ के – 4
एनसीसीएफ के-5
यूपी स्टेट एग्रो के -3
भारतीय खाद्य निगम के -4

1550 रूपए कुंतल समर्थन मूल्य निर्धारित
सरकार ने इन साल धान का समर्थन मूल्य 1550 रूपए प्रति कुंतल लागू किया है। जबकि पिछले साल समर्थन मूल्य 1470 रूपए प्रति कुंतल था। गत वर्ष धान खरीद का लक्ष्य 1.59 लाख एमटी था। जिसके सापेक्ष 1.33 लाख टन धान खरीद हुई थी। खरीद में आढती भी लगाए गए थे।
 पहली नवम्बर से 28 फरवरी तक होगी खरीद
शासन ने धान खरीद पहली नवम्बर से शुरू होगा तो 28 फरवरी तक करने के लिए समय निर्धारित किया है।
एडीएम बने धान खरीद अधिकारी
जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी आरपी कश्यप को जिलाधिकारी धान खरीद अधिकारी नामित किया है।
किसानों के पंजीकरण पर जोर दें केन्द्र प्रभारी
जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजीत कुमार त्रिपाठी ने सभी केन्द्र प्रभारियों से कहा है कि अपने केन्द्र से संबंधित ग्राम पंचायतों के किसानों से किसी भी साइबर कैफे से पंजीकरण कराने को कहें ताकि समय से उनके उपज की तौल सुनिश्चित हो सके ।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजीत कुमार त्रिपाठी ने गोरखपुर न्यूज़ लाइन को बताया कि समर्थन मूल्य योजना के तहत धान खरीद को 75 केन्द्रों का निर्धारण कर लिया गया है। किसानों को पंजीकरण कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। केन्द्र प्रभारियो को अन्य व्यवस्था पूरी करने को कहा गया है।

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