कुशीनगर। फाजिलनगर कस्बे के सब्जी मंडी में रहने वाले एक गरीब मुसहर युवक की रविवार की रात मौत हो गई। परिजनों ने युवक की मौत भुखमरी से होने का आरोप लगाते हुए सब्जी मंडी मार्ग को करीब आधे घंटे तक जाम कर दिया। राजस्व निरीक्षक और एसओ पटहेरवा के आश्वासन पर परिजन और ग्रामीण शांत हुए और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
सब्जी मंडी निवासी 30 वर्षीय मुकेश मुसहर अपनी पत्नी रेखा व तीन माह के बच्चे के साथ एक झोपड़ी में रहता था। वह कई वर्ष पहले सेवरही से यहां अपने पिता के साथ आया था। उसका परिवार यहीं बस गया। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है। मुकेश भूमिहीन है। वह सब्जी मंडी में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। रविवार की रात उसकी मौत हो गई। वह दो महीने से बीमार था।
मुकेश की मौत के बाद उसकी पत्नी और वहां रहने वाले मुसहर व अन्य गरीब परिवारों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार करते हुए सब्जी मंडी मार्ग पर पहुंच प्रदर्शन करने लगे और सड़क को जाम कर दिया।
घटना की जानकारी मिलने पर राजस्व निरीक्षक नंदलाल पाठक व एसओ पटहेरवा अतुल्य कुमार पाडेय मौके पर पहुंचे और परिजनों को आश्वस्त किया कि शासन से सहायता दिलायी जाएगी। ग्राम प्रधान व एसओ ने मुकेश के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए 11 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी। प्रधान ने कोटेदार से कह कर पचास किलो राशन भी पहुंचवाया। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव ले गए।
मुकेश के पास राशन कार्ड भी नहीं था। वह जिस जमीन पर झोपड़ी बनाकर रहता था, उसे जिला पंचायत और ग्राम पंचायत अपना बताते थे। एक बार मुकेश सहित वहां बसे गरीब परिवारों को हटाने की कोशिश हुई थी। मुकेश दो माह से बीमार था लेकिन गरीबी के कारण ठीक ढंग से इलाज नहीं करा सका। बीमारी के वजह से वह वह मजदूरी नहीं कर पा रहा था। इस कारण घर में भुखमरी की स्थिति पैदा हो गयी। मुकेश की पत्नी ने बताया कि उसका राशन कार्ड भी नहीं बना है। इस कारण आज तक कोटे से राशन नहीं मिला।
मुकेश की मौत के बाद उसका राशन कार्ड नहीं बनने की जांच का आदेश दिया गया है।
एडीएम विंध्यवासिनी राय ने कहा कि ग्रामीणों ने खुद स्वीकार किया है कि मुकेश को पीलिया हुआ था। बीमारी से ही मौत हुई है। राशन कार्ड नहीं बनने के लिए कौन जिम्मेदार है, इसका पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी।