समाचार

लखीमपुर में किसानों की हत्या के खिलाफ कुशीनगर में सपा और किसान सभा ने प्रदर्शन किया

कुशीनगर। लखीमपुर में मंत्री पुत्र द्वारा गाड़ी से कुचलकर चार किसानों की हत्या किए जाने के खिलाफ चार अक्टूबर को सपा नेताओं-कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय व खड्डा तहसील तथा उत्तर प्रदेश किसान के कार्यकर्ताओं ने  किसान सभा के जिला अध्यक्ष मोहन प्रसाद गौड़ के नेतृत्व में कसया तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।

जिला मुख्यालय पर सदर तहसील मैं पूर्व सांसद बालेश्वर यादव के नेतृत्व में सैकड़ों सपाइयों ने धरना देते हुए सरकार की घोर निंदा किया तथा अखिलेश यादव की रिहाई के साथ ही मंत्री पुत्र को फांसी देने की मांग करते हुए राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन दिया।

जिले के खड्डा तहसील परिसर में समाजवादी पार्टी खड्डा विधानसभा के वरिष्ठ नेता विजय प्रताप कुशवाहा के नेतृत्व में दर्जनों सपाइयों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अपने नेता अखिलेश यादव की रिहाई की मांग सहित लखीमपुर खीरी में मृतक जनों के परिजनों को दो दो करोड़ तथा घायलों को एक करोड रुपया सहित नौकरी देने की मांग को लेकर धरना दिया।
इस मौके पर विजय प्रताप कुशवाहा ने प्रदेश सरकार को निरंकुश बताते हुए लखीमपुर की घटना की निंदा की।  धरने के माध्यम से तहसीलदार कृष्ण गोपाल गोपाल त्रिपाठी को राज्यपाल संबोधित ज्ञापन दिया गया। धरने में शेषनाथ यादव, संजय यादव , व्यास मिश्रा, सरतेज यादव ,भोला यादव , दीनानाथ चौहान, राजेश यादव मुन्ना , उदय प्रताप शंकर , धनंजय निषाद , नितेंद्र यादव सहित कई दर्जन सपा नेता शामिल थे।

 

कसया तहसील में प्रदर्शन को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला अध्यक्ष कामरेड मोहन प्रसाद गौड़ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर में आंदोलनकारी किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा कर किसानों की हत्या करने वाले दोषियों के ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए। दोषी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद अजय  मिश्रा टेनी को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए और उत्तर प्रदेश में बद से बदतर कानून व्यवस्था को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को बर्खास्त कर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। उन्होंने मृतक किसानों के परिवार के सदस्यों को 50 लाख रुपया एवं गंभीर रूप से घायल किसानों को 20 लाख रुपया मुआवजा देने, पीड़ित परिवार के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की।

किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष कामरेड शमशाद अंसारी ने कहा कि यह सरकार कारपोरेट घरानों के हित में काम कर रही है। आज किसान 10 माह से दिल्ली सीमा के तमाम बॉर्डर पर आंदोलन पर हैं लेकिन उस पर कोई फर्क नहीं पद रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकार के इस दमनकारी नीति को प्रदेश एवं देश के किसान तथा आम जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और आने वाले विधानसभा चुनाव में किसान प्रदेश और देश की सरकार को धूल चटाने का काम करेंगे।

धरना-प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को संबोधित 5 सूत्री मांग पत्र  तहसीलदार कसया को सौंपा गया। इस दौरान सुखदेव यादव, रामप्रसाद गोड़, गोलू गोड, नंदलाल प्रसाद गौड़, रामजतन प्रसाद पटेल, डॉ अनीता गौड़, कामरेड रत्नाकर शर्मा, प्रमोद गुप्ता, रंभावती देवी सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।