Category : साहित्य – संस्कृति

साहित्य - संस्कृति

प्रेमचंद जयंती पर कहानी पाठ और नाट्य मंचन का आयोजन

गोरखपुर, 26 जुलाई। प्रेमचंद जयंती पर 31 जुलाई को प्रेमचंद साहित्य संस्थान द्वारा कहानी पाठ और दो नाटकों के मंचन का आयोजन किया गया है।...
साहित्य - संस्कृति

नीलाभ का जाना एक बड़ा खालीपन छोड़ गया है-जसम

 ( नीलाभ अश्क को जन संस्कृति मंच की श्रद्धांजलि) 16 अगस्त 1945 को मुंबई, महाराष्ट्र में जन्मे और इलाहाबाद में पले-बढ़े नीलाभ जी का जाना  एक बड़ा ...
समाचारसाहित्य - संस्कृति

गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रो. शान्ता सिंह का निधन

वाराणसी, 7 जुलाई। गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की पूर्व अध्यक्ष  प्रोफेसर शान्ता सिंह का आज रात आठ बजे बीएचयू के गहन चिकित्सा केन्द्र में निधन...
समाचारसाहित्य - संस्कृति

‘ अंधेर नगरी ’ में दिखा अन्यायी सत्ता का क्रूर चेहरा 

प्रेमचन्द साहित्य संस्थान और अलख कला समूह द्वारा आयोजित सात दिवसीय नाट्य प्रशिक्षण शिविर  के समापन अवसर पर नाटक का मंचन गोरखपुर, 25 जून। प्रेमचन्द...
जनपदसाहित्य - संस्कृति

‘ अंधेर नगरी ’ का मंचन 27 को

गोरखपुर, 25 जून। प्रेमचन्द साहित्य संस्थान और अलख कला समूह द्वारा प्रेमचंद पार्क में आयोजित सात दिवसीय नाट्य प्रशिक्षण शिविर का समापन 27 जून की...
साहित्य - संस्कृति

“बदलाव का इतिहास रचने के लिए लड़ाई में उतरना जरूरी है”

सुविख्यात साहित्यकार-चिन्तक मुद्राराक्षस को जन संस्कृति मंच की श्रद्धांजलि लखनऊ, 15 जून। सभी सत्ताओं को ललकारने और अपने प्रखर विचारों के लिए जाना जाने वाले प्रसिद्ध...
साहित्य - संस्कृति

दलित लेखक दुराई गुना की गिरफ्तारी लोकतंत्र के माथे पर कलंक का टीका : जसम

नई दिल्ली, 11 जून। जन संस्कृति मंच ने चेन्नई पुस्तक मेले के दौरान तमिल दलित लेखक दुराई गुना की गिरफ्तारी भारतीय लोकतंत्र के माथे  पर कलंक...
साहित्य - संस्कृति

‘डा. सलाम सनदेलवी मेरी नजर में’ पुस्तक का विमोचन व तरही काव्य गोष्ठी

गोरखपुर. 2 जून।  अंजुमन इस्लामियां खूनीपुर में शेरों-अदब संगठन के तत्वावधान में एडवोकेट मकबूल हुसैन खां द्वारा रचित पुस्तक ‘डा. सलाम सनदेलवी मेरी नजर में’...
साहित्य - संस्कृति

रुद्रपुर में जन संस्कृति मंच की गोष्ठी 29 को

रुद्रपुर (देवरिया), 28 मई। जन संस्कृति मंच रूद्रपुर के तत्वधान में 29 मई को दोपहर 2 बजे से साहू राजाराम शिक्षा निकेतन पर संजय गुप्त “अबोध”की...
साहित्य - संस्कृति

जनपक्षीय साहित्यकार-संस्कृतिकर्मी के रूप में अविस्मरणीय भूमिका निभाई प्रो. सुरेंद्र प्रसाद ने : जसम

वामपंथी बुद्धिजीवी और साहित्यकार प्रो. सुरेंद्र प्रसाद का निधन समस्तीपुर (बिहार), 20 मई। वामपंथी बुद्धिजीवी और साहित्यकार प्रो. सुरेंद्र प्रसाद का 16 मई को बिहार...
साहित्य - संस्कृति

नियमगिरी, ओड़िशा और काश्मीर के आंदोलनों पर बहस करती फिल्में दिखाई गईं

गोरखपुर फिल्मोत्सव का दूसरा दिन बच्चों ने फिल्में देखीं, गपशप की गोरखपुर,15 मई। गोरखपुर फिल्मोत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत बच्चों के लिए दिखाई जाने...
साहित्य - संस्कृति

भौगोलिक संप्रभुता नहीं, बल्कि हर इंसान की सर्वांगीण समृद्धि देशभक्ति- लाल्टू

हम प्यार करते हैं, इसीलिए प्रतिरोध करते हैं- लाल्टू अंधे युग की वापसी के खिलाफ, अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतन्त्र के लिए साथी रोहित वेमुला...
लोकरंगसाहित्य - संस्कृति

जनता के संघर्ष और चेतना को उन्नत करती है लोकसंस्कृति-आनंद स्वरूप वर्मा

देश की हवा, धरती, वायुमंडल को बचाने के लिए लोकसंस्कृति की रक्षा जरूरी जोगिया में लोकरंग 2016 का आगाज जोगिया कुशीनगर 7 मई। प्रसिद्ध पत्रकार...
साहित्य - संस्कृति

पवन मिश्रा की पुस्तक “हीरो आफ बटालिक ” को संसद की लाइब्रेरी में मिली जगह

दुनिया की सबसे बडी लाईब्रेरी, ‘ लाईब्रेरी आफ कांग्रेस ‘ में पहले ही जगह पा चुकी है यह किताब लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने किया विमोचन...
लोकरंगसाहित्य - संस्कृति

सरायकेला का छउ, राजस्थान का तमाशा और मध्य प्रदेश का गुदुम्ब बाजा देखना-सुनना हो तो चलिए जोगिया

लोकरंग-2016 का आयोजन 7 और 8 मई को पांच राज्यों की लोक कलाएं जीवंत होंगी जोगिया में गोरखपुर, 4 मई। कुशीनगर जिले के जोगिया गांव...
साहित्य - संस्कृति

‘ फिजाँ में उड़ रहे है जहरीले जुगनू क्यों नहीं दिखते, किसी भी हादसे के सारे पहलू क्यों नहीं दिखते ‘

एमएसआई का ग्राउंड बना बेहतरीन मुशायरे का गवाह गोरखपुर, 4 मई। मंगलवार की रात मियां साहब इस्लामियां इण्टर कालेज बक्शीपुर बेहतरीन मुशायरे का गवाह बना।...
साहित्य - संस्कृति

ये जो शहर है गोरखपुर

(गोरखपुर के जिलाधिकारी  रहे आईएएस अधिकारी डॉ हरिओम ने गोरखपुर पर लिखी कविता  ‘ ये जो शहर है गोरखपुर ‘ को फ़ेसबुक पर साझा किया...
साहित्य - संस्कृति

शाहरुख की ‘ फैनगिरी ‘

जावेद अनीस शाहरुख खान को बालीवुड का किंग खान कहा जाता है और पिछले 20-25 से वे यहाँ दो और खानों के साथ राज कर...
साहित्य - संस्कृति

वरिष्ठ कथाकार मदन मोहन को प्रेमचंद स्मृति कथा साहित्य सम्मान

उपन्यास ‘ जहाँ एक जंगल था ’ पर दिया गया यह सम्मान बांदा की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था ‘ शबरी ’ देती है यह सम्मान  गोरखपुर,...
साहित्य - संस्कृति

‘ की एंड का ‘  के बहाने

  जावेद अनीस   हमारे समाज की  मानसिकता बड़ी अजीब है एक तरफ तो महिलाओं को देवी की तरह पूजा जाता है तो वहीँ दूसरी...