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मदरसों को निःशुल्क यूनिफार्म न दिए जाने पर आक्रोश

गोरखपुर। विद्यार्थियों में बंटने वाले निःशुल्क यूनिफार्म की सूची से मदरसों को बाहर निकाले जाने पर मदरसा अभिभावको में आक्रोश व्याप्त है।

फैसले को वापस लिये जाने की मांग को लेकर अभिभावकों की बैठक मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया की बैठक दीवान बाजार में मदरसा प्रबन्धक हाजी तहव्वर हुसैन की अध्यक्षता में हुई।

अभिभावकों की बैठक को सम्बोधित करते हुए हाजी तहव्वर हुसैन ने कहा कि हर साल केन्द्र और प्रदेश सरकार की ओर से मदरसों में तालीम हासिल करने वाले बच्चों को निःशुल्क यूनिफार्म दिया जाता था। भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव का रवैया अपनाया जा रहा है जो कही से भी न्यायसंगत नहीं है।

उन्होंने कहा कि मदरसों में तालीम हासिल करने वाले गरीब बच्चों को निःशुल्क यूनिफार्म न दिया जाना मानसिक दिवालियापन का घोतक है। श्री हुसैन ने कहा कि मोदी सरकार मदरसों को आधुनिकीकरण तथा हर सम्भव सहायता प्रदान कर मदरसो को स्वावलम्बी बनाने की योजना की वकालत करती है परन्तु मदरसों के साथ सौतेला व्यवहार करना सिर्फ जुमलेबाजी परियोजना ही साबित हो रही है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत मदरसों के बच्चों को निःशुल्क यूनिफार्म वितरण के लिए निर्धारित सूची से मदरसों को गायब करना हास्यपद है।

श्री हुसैन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इसी तरह से मदरसों के साथ भेदभाव होता रहा तो  अल्पसंख्यक समुदायों को आन्दोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन पर होगी।

बैठक में करीमुल्लाह, फैजान, तबारक अली, सुब्हानअल्लाह, बकरीदन अली, अब्दुल रहीम, इजहार अहमद, अफसर अली, इकराम हुसैन आदि मौजूद रहे।

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