स्वास्थ्य

देवरिया में कालाजार को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े

अब आशा घर-घर कालाजार मरीज खोजेंगी, हर दिन पचास घरों पर दस्तक देंगी 

कालाजार प्रभावित गांवों में लगेगा केस सर्च कैम्प 

देवरिया,  कालाजार केस सर्च कैम्प के तहत जिले में कालाजार के संभावित मरीजों की खोज गांव-गांव जाकर आशा कार्यकर्ता करेंगी. जिले के कालाजार से प्रभावित गांव की आशा कार्यकर्ता को स्थानीय सीएचसी-पीएचसी पर ट्रेनिंग दी जा रही है जो कालाजार के लक्षण के आधार पर मरीजों को चिह्नित करेगी.

बुधवार को कालाजार प्रभावित बनकटा, भाटपार, महेन, भलुअनी  प्रखंड की आशा को ट्रेनिंग दी गई. सहायक मलेरिया अधिकारी सुधाकर मणि, सीपी मिश्रा व हसमत खान की टीम ने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया. ट्रेनर सहयक मलेरिया अधिकारी सुधाकर मणि ने बताया कि आशा कार्यकर्ता प्रतिदिन 50 घरों पर दस्तक देकरसंदिग्ध कालाजार के मरीजों को लक्षण के आधार पर चिह्नित करेंगी . इसके बाद संदिग्ध लक्षण वाले रोगी का आरके 39 किट द्वारा उपकेंद्र पर कैम्प का आयोजन कर जाँच की जायेगी. इसके बाद कालाजार रोगी मिलने पर उसका उपचार जिला चिकित्सालय में कराया जायेगा. उन्होंने बताया कि कालाजार से प्रभावित भाटपाररानी, भटनी, भलुअनी, महेन, देसई देवरिया व पथरदेवा ब्लाक हैं. जहां कालाजार के रोगी मिलते हैं.

जिले में 19 कालाजार के रोगी

जिला मलेरिया अधिकारी एसपी त्रिपाठी ने बताया  कि जिले के सात कालाजार से प्रभावित ब्लाक हैं. भाटपाररानी, भटनी, भलुअनी, महेन, देसई देवरिया व पथरदेवा ब्लाक के गावों में सर्वाधिक मरीज मिले है. इस वर्ष अबतक 19  कालाजार के मरीज मिले हैं। जिनका इलाज जिला चिकित्सालय में कराया गया.

कालाजार के लक्षण

आशा कार्यकर्ता लोगों को यह भी बताएंगी कि 15 दिन से अधिक बुखार लगना, जाड़ा आकर बुखार आना, भूख नहीं लगना, खून की कमी-ये सब कालाजार के लक्षण हो सकते हैं. आप नजदीक के अस्पताल में जाकर इसकी जांच कर सही समय पर डॉक्टर से सलाह लेकर दवा खायें. कालाजार रोग को जड़ से अपने शरीर से मिटायें। सदर अस्पताल में कालाजार मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जा रही है. अस्पताल में निशुल्क इलाज व दवा की व्यवस्था की गई है.

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