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पुलवामा के दो शहीद परिवारों को स्वास्थ्यकर्मियों ने 12.50 लाख की मदद दी

शहीद विजय मौर्या और पंकज त्रिपाठी के पिता व पत्नी को अलग-अलग दी गयी 3.14 लाख की सम्मान राशि

गोरखपुर. जिले के तकरीबन 400 स्वास्थ्यकर्मियों ने पुलवामा हमले के शहीदों के लिए साढ़े बारह लाख रुपये की सम्मान राशि इकट्ठा किया। सोमवार का इस सम्मान राशि को शहीदों के परिजनों को सौंपा गया। विभाग ने ससम्मान परिजनों को उनके घर से लाकर सीएमओ कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में सम्मानित किया। एक घंटे तक चले कार्यक्रम में महराजगंज जनपद निवासी शहीद पंकज कुमार त्रिपाठी और देवरिया जनपद निवासी शहीद विजय मौर्या के पिता व पत्नी के नाम अलग-अलग 3.14 लाख का चेक और अंगवस्त्र देकर उपस्थित परिजनों को सम्मानित किया गया।

अपने सम्बोधन में मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डा. श्रीकांत तिवारी ने कहा कि वह खुद एक आर्मी फैमिली से हैं। उनके बाबा ने द्वितीय विश्वयुद्ध की लड़ाई लड़ी थी। उनके पिता आर्मी में कैप्टन थे। उनके परिवार से युद्ध में कोई शहीद नहीं हुआ। सभी सेवानिवृत्त हुए फिर भी उन्होंने शहीदों के परिजनों के उस दर्द को देखा और महसूस किया है कि जब किसी का पिता, पति या भाई शहीद हो जाता है तो उसकी क्या हालत होती है। डा. तिवारी ने इस नेक काम के लिए चिकित्साधिकारियों व कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि सम्मान की यह धनराशि शहादत के सामने कोई मायने नहीं रखती।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नंद कुमार ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए उन सभी चिकित्सकाधिकारियों व कर्मचारियों का नाम लेकर साधुवाद दिया जिनके सहयोग से यह कार्यक्रम संभव हो सका।

इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एसके पांडेय, डा. एके प्रसाद, जिला मलेरिया अधिकारी डा. एके पांडेय, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी ओपीजी राव, जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद, डीईआईसी मैनेजर डा. अर्चना, क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर डा. मुस्तफा, कार्यालय सहायक इंद्रदेव सिंह, उपेंद्र मणि तिवारी, मनीष तिवारी, संदीप राय, नवीन श्रीवास्तव, आदिल प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

शहादत का गम नहीं, मेरे जैसा बेटा सबका हो
देवरिया जनपद निवासी शहीद स्व. विजय मौर्या के परिवार से उनके पिता रामायन सिंह कुशवाहा व पत्नी विजय लक्ष्मी ने चेक प्राप्त किया जबकि महराजगंज निवासी शहीद पंकज त्रिपाठी के पिता ओम प्रकाश त्रिपाठी व पत्नी रोहिणी त्रिपाठी की तरफ से देवर शुभम त्रिपाठी ने सम्मान राशी का चेक प्राप्त किया।

शहीद स्व. विजय मौर्या के पिता रामायन सिंह कुशवाहा ने अपने भावुक संबोधन में कहा कि उन्हें बेटे की शहादत का बहुत गम नहीं है। बस वह इतना चाहते हैं कि उनके जैसा बेटा सबके घर पैदा हो। शहीद स्व. पंकज त्रिपाठी के पिता ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि संसार का सबसे बड़ा शोक पुत्र शोक है, लेकिन अगर हर आदमी यह वियोग लेकर चलेगा तो आने वाली पीढ़ियां समाप्त हो जाएंगी। कार्यक्रम के दौरान दो मिनट का मौन रख कर शहीदों की शहादत को नमन किया गया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

इनकी पहल पर हुआ कार्यक्रम
पुलवामा शहीदों के लिए सम्मान राशि जुटाने की पहल अपर मुख्य चिकित्साधिकारी आरसीएच डा. नंद कुमार ने जिले स्तर के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मिल कर की थी। जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. राजकुमार गुप्ता, एसीएमओ डा. आईवी विश्वकर्मा, डा. एसके पांडेय, डा. एनके पांडेय, डा. एके प्रसाद, डा. एसके त्रिपाठी ने इस पहल में सक्रिय योगदान दिया। इस पहल को सार्थक बनाने में पूरे जिले में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े मनोरंजन सिंह, अनिल श्रीवास्तव, रजनीश सिंह, रणविजय सिंह, ओम प्रकाश, अश्वनी कुमार द्विवेद्वी, डा. अश्वनी चौरसिया, खुशबू, शिशिर, डा. मनोज मिश्रा, विजय कुमार गुप्ता, डा. ईश्वर लाल, डा. एसके मिश्र, डा. क्षेत्रपाल यादव, शिवा महेंद्र राजकुमार सिंह, गुलाम मोइमुद्दीन सिद्दीकी, विनोद तिवारी, दीन दयाल दूबे, आनंद सिंह, विवेक गुप्ता, उपेंद्र मणि त्रिपाठी, रवि मल्ल, अभिषेक पाल खजनी, अभिषेक पाल हरनही, एनके बरनवाल, प्रदीप कुमार, डा. सीपी मिश्रा, तरूणेश कुमार, तनवीर हुसैन, नवीन गुप्ता, कमलेश गुप्ता, एसके सिंह, विनय कुमार, उपेंद्र मणि त्रिपाठी की सक्रिय भूमिका रही.

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