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बजरंग बली व हजरत अली के नाम पर वोट मांगना जहालत : ओबेदुल्लाह खां आजमी

गोरखपुर। पूर्व सांसद हजरत मौलाना ओबेदुल्लाह खां आजमी ने मंगलवार को कहा कि आज मुद्दों से भटकाकर वोटरों को ठगा जा रहा है। मुद्दा बजरंग बली का या हजरत अली का नहीं, इससे बड़ी जहालत की बात नहीं हो सकती। मुल्क के सबसे बड़े सूबे का मुख्यमंत्री यह बातें कर रहा है। आज राजनीतिक पार्टी जीत रही है देश नहीं।

एमएसआई इंटर कालेज बक्शीपुर में आयोजित तीन दिवसीय सालाना जलसा के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने आए यूपी, बिहार व एमपी से तीन बार राज्यसभा सांसद रहे, मौलाना ओबेदुल्लाह खां आजमी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि इस दौर में अनेकता में एकता को बचाने की जरूरत है। पढ़ो-लिखो इंसान बनो, भारत की पहचान बनो, यही इस देश की आत्मा है आैर इसी को परवान चढ़ाने से हिंदुस्तान दुनिया की अगुवाई कर सकता है। हिंदू का ‘ह” आैर मुस्लिम का ‘म” मिलाकर हम बनता है। वर्तमान में हम को अलग करने का प्रयास किया जा रहा है। यही हम एक साथ मिला तो देश आजाद हुआ। उस समय आजादी की जितनी जरूरत थी उससे ज्यादा आज है। आज जरूरत है आजादी की, संविधान बचाने की, हिंदू मुस्लिम के एक होकर हम होेने की। अगर नहीं हुए तो शायद हिंदू या मुसलमान जीत जाए, पर हिंदुस्तान हार जाएगा।

राम मंदिर के सवाल पर मौलाना ओबेदुल्ला खां आजमी ने कहा कि इसमें मुसलमान कहीं से भी रास्ते में नहीं है। यह मामला आरएसएस व हुकूमत उलझाए हुए है राजनीतिक कारणों से। मुसलमानों ने तो कह दिया है कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला होगा वह मान्य होगा। देश का संविधान, कोर्ट का निर्णय सभी मुसलमानों को मान्य है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश दोराहे पर खड़ा है जहां मुल्क की मेजारिटी जो चाहेगी वही होगा, अल्पसंख्यक कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि देश सिविल वार की तरफ जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि क्या बुलंदशहर की घटना आतंकवाद नहीं है ? उन्होंने कहा कि राजनीति के नाम पर हिंदू धर्म को वर्तमान में प्रदूषित किया जा रहा है। जिस धर्म में अहिंसा परमो धर्म: है, उसके नाम पर इंसान की हत्या क्यों ? अपनी राजनीति अपने नाम पर करें। मजहब के नाम पर ऐसा करना गलत है।

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