स्वास्थ्य

सेहतमंद बचपन रहे इसके लिए मां को करना होगा जागरूक

 

-एचबीएनसी के तहत भटनी ब्लाक की आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण 

देवरिया। मातृ एवं शिशु की बेहतर देखभाल के लिए सोमवार  को भटनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) सभागार में  आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में मौजूद पीएचसी  अधीक्षक डा. एमपी सिंह ने कहा कि नवजात शिशुओं का घर पर देखभाल कैसे हो, इसके लिए होम बेस्ड न्यूओनेटल केयर (एचबीएनसी) के तहत आशाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है जिससे शिशु मृत्यु दर में कमी आए। 

प्रशिक्षक अनिल  कुमार पांडेय ने आशा कार्यकर्ताओं से कहा कि आशा कार्यकर्ता सीधे गांव के प्रत्येक घर के संपर्क में  होती हैं। ऐसे में अगर इन्हें प्रशिक्षित किया जाए तो शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी और माताओं के बेहतर स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जा सकेगा। प्रशिक्षकों ने बताया कि नवजात शिशु, गर्मी और सर्दी के प्रति बेहद संवेदनशील होते हैं। लगातार बदलते मौसम में उन पर ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। कार्यकर्ता प्रत्येक घर तक पहुंचकर यह बताएंगे कि नवजात के पालन पोषण में किस तरह का ध्यान देना है। प्रशिक्षकों ने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या अगर बच्चों में दिखे तो घरेलू उपचार अथवा झोलाछाप डाक्टरों के पास ले जाने की जगह प्राथमिक अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ही ले जाएं।सरकारी अस्पतालों पर हर तरह की जांच व इलाज की सुविधा है जिसके चलते नवजात शीघ्र स्वस्थ्य हो सकेगा। उन्होंने कहा कि  महिलाओं में स्तनपान को लेकर जागरूकता लाना बेहद आवश्यक है। एक घण्टे के अन्दर नवजात को स्तनपान कराना चाहिए और ऐसा तब सम्भव है, जब हम प्रसूता को इसके बारे में सही जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि प्रसव के बाद 42 दिन तक जच्चाबच्चा के स्वास्थ्य की देखभाल की जिम्मेदारी संबंधित आशा की होती है। 

प्रशिक्षण में डा. अलोक भारती , अलोक तिवारीबीसीपीएम रानी यादव सहित आशा  रानू, रजनी, पुष्प, सविता मौजूद  रहीं।

 

घर-घर जाकर माँ बच्चे की सेहत का रखेंगी ख्याल 

आशा कार्यकर्ता रजनी ने बताया कि दिए गए प्रशिक्षण में माँ बच्चे की सेहत का ख्याल कैसे रखा जाये इसकी जानकारी दी गई है।  महिलाओं में स्तनपान को लेकर जागरूकता लाना है। एक घण्टे के अन्दर नवजात को स्तनपान कराना चाहिए और ऐसा तब सम्भव है, जब हम प्रसूता को इसके बारे में सही जानकारी देंगे।

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