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गोरखपुर विश्वविद्यालय गेट पर चला सीएए के खिलाफ पीएम को पोस्टकार्ड लिखने का अभियान, 500 पोस्टकार्ड लिखे गये

गोरखपुर। सीएए (नागरिकता संशोधन कानून), एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ पूर्वांचल सेना, असुर छात्र संगठन, भीम आर्मी ने बुधवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय के गेट पर ‘पीएम को पोस्टकार्ड लिखो’ अभियान चलाया। इस दौरान पांच सौ पोस्टकार्ड लिखकर सीएए, एनआरसी व एनपीआर निरस्त करने की मांग की गई।

इस मौके पर पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि सीएए, एनआरसी व एनपीआर की वजह से जनता में बेहद नाराज़गी है। जिसकी वजह से नई दिल्ली से लेकर हर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन जारी है। जगह-जगह शाहीन बाग़ के रुप में शांतिपूर्ण ऐतिहासिक आंदोलन हो रहे हैं। पुलिस की दमनात्मक कार्रवाई भी जारी है। आंदोलन में दो दर्जन से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जिसमें शाहीन बाग़ नई दिल्ली का चार माह का मोहम्मद जहान भी शामिल है। इन सबके बीच पूर्वांचल सेना व भीम आर्मी व असुर संगठन ने गोरखपुर में सीएए, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ ‘पीएम को पोस्टकार्ड लिखो’ अभियान शुरू किया है। पीएम नरेंद्र मोदी को एक लाख पोस्टकार्ड भेजने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होंने कहा कि यह अभियान दलित व पिछड़े वर्ग की बस्तियों में चलाया जा रहा है। हर रोज करीब 300 पोस्टकार्ड लिखे जा रहे हैं जिसमें ग्रामीण व शहरी अवाम बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही है। चार फरवरी को उनवल से इस अभियान की शुरुआत हुई। अबतक रानीपार, जिगिना, टेकवॉर, हरदिया पिछौरा, खजनी आदि क्षेत्रों की जनता करीब 4500 पोस्टकार्ड लिख चुकी है। महराजगंज में यह अभियान शुरु हो चुका है। पोस्टकार्ड लिखने से पहले अवाम को सीएए, एनआरसी व एनपीआर की क्रोनोलॉजी समझायी जाती है। उक्त तीनों देश व संविधान के लिए कैसे खतरनाक हैं उसके बारे में विस्तार से बताया जाता है। यही नहीं देश के खराब आर्थिक हालात, शिक्षा व्यवस्था, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बदहाल स्वास्थय सेवाओं पर लोगों को जागरुक किया जा रहा है.

आज के अभियान में मंजेश कुमार, सुरेंद्र वाल्मिकी, ईश कुमार, देवेंद्र कुमार, आदित्य देव, ईश्वर कुमार, आकाश पासवान, अमरनाथ, कुलदीप गौतम आदि सक्रिय रहे.

-पोस्टकार्ड पर यह लिखा जा रहा है

‘ प्रधानमंत्री महोदय, हमें संविधान विरोधी सीएए मंजूर नहीं है और न ही एनआरसी व एनपीआर। लिहाजा इसे वापस लिया जाए। सीएए, एनआरसी व एनपीआर पर खर्च होने वाला पैसा और समय बेरोजगारी खत्म करने, अच्छी व मुफ्त शिक्षा, स्वास्थय सेवा, महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की आत्महत्या रोकने, भ्रष्टाचार खत्म करने, सैनिकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने में खर्च करें। देश की डूबती अर्थव्यवस्था, बिक रहे रेलवे, एयर इंडिया, एलआईसी आदि को कैसे बचाया जाये इस पर चर्चा करें और कराएं। ऐसा नहीं होने पर हमारा विरोध जारी रहेगा। हमें सरकारी विभागों का निजीकरण नहीं चाहिए। आपकी सरकार लगातार सरकारी खजानों का दुरुपयोग कर नमामि गंगे, सरदार पटेल मूर्ति, कुंभ मेला जैसे तमाम प्रोजेक्ट पर लाखों करोड़ों रुपया जो हमारे टैक्स का है बर्बाद करना बंद करे। हमें मुफ्त शिक्षा बेतहर इंफ्रास्ट्रक्चर, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं और युवाओं को रोजगार चाहिए। ‘

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