स्वास्थ्य

विश्व क्षय रोग दिवस के साप्ताहिक आयोजनों की कड़ी में निकली जनजागरूकता रैली

सामूहिक सहयोग से ही होगा क्षय रोग का उन्मूलन-डा. श्रीकांत तिवारी

गोरखपुर. मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डा. श्रीकांत तिवारी ने कहा है कि सामूहिक सहयोग से ही क्षय रोग का उन्मूलन संभव है. स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संगठन क्षय रोगियों को चिह्नित कर उपचार करवाने में भरपूर मदद कर रहे हैं लेकिन यह प्रयास तभी सफल होगा जबकि समुदाय से भी पूरी तरह से सहयोग मिलेगा.

उक्त बातें उन्होंने विश्व क्षय रोग दिवस के उपलक्ष्य में साप्ताहिक आयोजनों की कड़ी में गुरूवार को शहर में निकली जनजागरूकता रैली को संबोधित करते हुए कहीं। रैली का आयोजन वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स के सहयोग से जिला क्षय रोग इकाई ने किया। सीएमओ द्वारा हरी झंड़ी दिखाने के बाद रैली जिला अस्पताल से शुरू होकर घोष कंपनी, नगर निगम, कलक्ट्रेट चौक, शास्त्री चौक होते हुए वापस जिला क्षय रोग इकाई पर आकर सम्पन्न हुई.

इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डा. रामेश्वर मिश्रा ने बताया कि क्षय रोगियों को चिह्नित करा कर उपचार दिलवाने वाले समुदाय से जुड़े लोगों को भी प्रोत्साहन राशि देने की योजना है। अगर कोई व्यक्ति जो सरकारी कर्मचारी नहीं है, नये सक्रिय क्षय रोगी को चिह्नित कराता है तो उसे 500 रूपये देने की योजना है। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सकों को भी क्षय रोगी की पूरी जानकारी निक्षय पोर्टल पर अपडेट करना चाहिए ताकि दवा खाने वाले सभी मरीजों को 500 रूपये प्रतिमाह उनके पोषण के लिए उनके बैंक खाते में दिया जा सके।

उन्होंने बताया कि रैली का आयोजन वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स की मदद से किया गया। उप जिला क्षय रोग अधिकारी डा. विराट, जिला क्षय रोग इकाई के डा. सुनील सिंह, अभय मिश्रा, धर्मवीर सिंह, मो. एमए बेग, वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स के टीम लीडर नवीन अग्रवाल, रणंजय सिंह, अमर मलिक, देवेंद्र शर्मा, पुष्पा सिंह, सुरेंद्र पांडेय, प्रमोद तिवारी के अलावा कई गैर सरकारी संगठनों के लोग, जिला महिला अस्पताल और फातिमा हास्पीटल की प्रशिक्षु स्टाफ नर्स, शैक्षणिक संस्थानों के बच्चे रैली में शामिल हुए।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा. श्रीकांत तिवारी व जिला क्षय रोग अधिकारी डा. रामेश्वर मिश्रा ने इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वर्ष 2025 तक जिले को क्षय रोग से मुक्त करने के लिए तैंतालीस डीएमसी और तीन सीबीनेट लैब में क्षय रोग के निशुल्क परीक्षण की सुविधा उपलब्ध है। सभी सरकारी असपतालों में निशुल्क दवा और परामर्श की सुविधा भी मौजूद है। उन्होंने बताया कि इस साल विश्व क्षय रोग दिवस का थीम इट्स टाइम है जो विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किया गया है।

क्षय रोग पर को जानिए

– दुनिया के कुल क्षय रोगियों में से 27 फीसदी रोगी भारत में हैं।

-एक टीबी रोगी एक साल में 10-15 लोगों को संक्रमित करता है।

– टीबी की बीमारी उपचार से पूरी तरह से ठीक हो सकती है।

-अधूरे उपचार से टीबी की बीमारी अक्सर दवा प्रतिरोधी हो जाती है जिसका इलाज लंबा और कठिन हो जाता है।

– 2025 तक उन्मूलन का लक्ष्य है

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