लोकसभा चुनाव 2019

कुशीनगर से राजेश पांडेय का टिकट कटा, पूर्व विधायक विजय दूबे बने भाजपा प्रत्याशी

-बीजेपी ने गोरखपुर-बस्ती मंडल की छह सीट पर प्रत्याशी घोषित किये, गोरखपुर , देवरिया व संतकबीरनगर पर प्रत्याशी तय होना अभी बाकी

-बांसगांव (सु) से कमलेश पासवान, महराजगंज से पंकज चौधरी, सलेमपुर से रविंद्र कुशवाहा, बस्ती से हरीश द्विवेदी और डुमरियागंज से जगदम्बिका पाल को दुबारा टिकट

गोरखपुर. बीजेपी ने गोरखपुर-बस्ती मंडल की नौ सीटों में से छह सीटों पर आज प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी. गोरखपुर, देवरिया और संतकबीर नगर में प्रत्याशियों के नाम नहीं घोषित किये गए हैं. पार्टी ने छह में से पांच सीटों पर पुराने खिलाड़ियों पर दांव आजमाया है जबकि कुशीनगर से  वर्तमान सांसद राजेश पांडेय उर्फ़ गुड्डू पांडेय का टिकट काटते हुए खड्डा से विधायक रहे विजय दूबे को प्रत्याशी बनाया गया है.

विजय दूबे हिन्दू युवा वाहिनी में हुआ करते थे. उन्हें 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मिला लेकिन वह चुनाव हार गए. उन्हें 1.62 लाख वोट मिला था. बाद में उन्हें हिन्दू युवा वाहिनी से निकाल दिया गया. वर्ष 2012 के विधान सभा चुनाव में वह कांग्रेस में शामिल हो गए और विधायक बने.

वर्ष 2016 के राज्य सभा चुनाव में उन्होंने क्रास वोटिंग कर भाजपा की मदद की. इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए. 2017 के विधान सभा चुनाव में वह भाजपा से खड्डा सीट पर टिकट के दावेदार थे लेकिन उनकी जगह जटाशंकर त्रिपाठी को टिकट मिला और वह जीत भी गए. इसके बाद से वह योगी आदित्यनाथ के फिर से करीब आ गए. आज गोरखपुर में भाजपा की विजय संकल्प सभा में भी वह मंच पर मौजूद थे. अब भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाकर राज्यसभा चुनाव में मदद करने का पुरस्कार दिया है.

पार्टी के पांच सांसद दुबारा टिकट पाने में कामयाब हुए हैं। बांसगांव (सु) से कमलेश पासवान लगातार तीसरी बार टिकट पाने में कामयाब हुए हैं। महराजगंज से सांसद पंकज चौधरी, सलेमपुर से सांसद रविंद्र कुशवाहा, बस्ती से सांसद हरीश द्विवेदी, डुमरियागंज से सांसद जगदम्बिका पाल पर बीजेपी ने फिर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है।

गोरखपुर सदर, देवरिया व संतकबीरनगर पर अभी टिकट फाइनल नहीं हुआ है। देवरिया सीट से वर्तमान सांसद कलराज मिश्र ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है लिहाजा वहां प्रत्याशी कोई दूसरा होगा। संतकबीरनगर के वर्तमान सांसद जूता कांड में बीजेपी की भद पिटवा चुके हैं। उनका टिकट कट सकता है। वहीं गोरखपुर सदर लोकसभा सीट पर सपा का कब्जा है। सीएम की प्रतिष्ठा से जुड़ी सीट पर टिकट को लेकर मंथन जारी है।

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