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सजंलि के न्याय के लिए गोरखपुर में प्रतिरोध मार्च, मुख्यमंत्री से इस्तीफा माँगा

गोरखपुर. आगरा में 14 वर्षीय दलित लड़की अंजलि को जिंदा जलाकर मार डालने की घटना के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत 25 दिसम्बर को इंकलाबी नौजवान सभा, ऐपवा, जसम ने गोलघर काली मंदिर, टाउन हॉल होते हुए अंबेडकर प्रतिमा तक प्रतिरोध मार्च किया.

आंबेडकर प्रतिमा स्थल पर सभा को सम्बोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सचिव राकेश सिंह ने कहा जबसे देश और प्रदेश में मोदी योगी की सरकार देश और प्रदेश में आई है, तबसे महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यको, किसानों पर हमलो की बाढ़ आ गई है. यह फासिस्ट सरकार निरंतर क्रूर होती जा रही है. हम इस मार्च के माध्यम से इस फासिस्ट सरकार को बताने आये है, अब इस देश के नौजवान, दलित, महिला, किसान तुमको सहने वाले नही है.

सभा को सम्बोधित करते हुए विनोद भारद्वाज में कहा की गोरखपुर मुख्यमंत्री का शहर है लेकिन यहाँ रोज हत्या, बलात्कार, लूट की घटना हो रही है.  मुख्यमंत्री के निवास स्थल गोरखनाथ मंदिर से 8 किलोमीटर दूरी पर सामंती मनचलो ने एक दलित परिवार के पुत्र को गोली मारकर हत्त्या कर दी। पुलिस अभियुक्तो को गिरफ्तार करने के बजाय पीड़ितों को ही परेशान कर रही है, जिससे यह पता चलता है यह सरकार गरीबों की नही बड़े लोगों और सामंती मानसिकता के लोगों की सरकार है।

सभा को सम्बोधित करते हुए ट्रेड यूनियन नेता जे एन शाह ने कहा कि यह फासीवादी निज़ाम  महिलाओं, दलितों की दुश्मन है, लोकतंत्र विरोधी है और बड़े पूँजीपतियों की हितैषी है. आंदोलन के माध्यम से हमें इस सरकार को उखाड़ कर फेकना होगा और गरीबों, मजदूरों का राज स्थापित करना होगा.

सभा को सम्बोधित करते हुऐ एडवोकेट श्याम मिलन ने कहा कि  मनुवादी सरकार नहीं चाहती है कि इस देश में दलित आगे मजदूर आगे आयें. यह सरकार दलितों, मजदूरों को वर्ण व्यवस्था की तरह अपनी गुलामी करानी चाहती है.

सभा को एडवोकेट सुभाष पाल, एडोकेट सत्यम , बजरंगी लाल निषाद, गुणाकेश भारती ने सम्बोधित किया. सभा का संचालन इनौस के जिला संयोजक सुजीत श्रीवास्तव ने किया.

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