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गोरखपुर नगर निगम पर ठेके पर सफाई कराने वाली 13 फर्मों का तीन करोड़ रुपया बकाया

पुरानी फर्मों का अनुबंध हो चुका है समाप्त, नयी फर्मो को हो चुका है सफाई का ठेका
आउटसोर्स के सफाईकर्मियों को तीन माह से नहीं मिला वेतन, रोटी के लाले

गोरखपुर.  नगर निगम गोरखपुर पर ठेके पर सफाई कराने वाली 13 फर्मों का लगभग तीन करोड़ रुपया बकाया चढ़ा हुआ है. ठेकेदारों के मुताबिक यह रकम उनके द्वारा तैनात सफाईकर्मियों के तीन माह का वेतन है. भुगतान न होने के चलते वे सफाईकर्मियों का हिसाब किताब नहीं कर पा रहे हैं. उधर सफाईकर्मियों का कहना है कि उनके सामने भुखमरी की नौबत आ गयी है.

इस संबंध में नगर निगम की सफाई है कि भुगतान की प्रक्रिया चल रही है. ठेकेदारों द्वारा जमा किये गये बिलों का परीक्षण हो रहा है. जल्दी ही हिसाब क्लीयर कर दिया जायेगा.

मालूम हो कि इस माह से मुंबई और मुरादाबाद की दो फर्मों को नगर की साफ सफाई का ठेका दे दिया गया है. पिछले दो माह से इसकी प्रक्रिया चल रही थी. जुलाई के अंत तक पुरानी फर्मों ने सफाई का काम कराया.

कुछ ठेका श्रमिकों ने गोरखपुर न्यूज लाइन को बताया कि जब सफाई के लिये नये टेंडर की खबर आम हुई तो मई माह में ही उनके नियोजकों ने आधा तीहा वेतन देना शुरू किया. जब उन्होंने अपने ठेकेदार से इस संबंध में पूछा तो जवाब मिला कि उनका भुगतान अब भविष्य में काम संभालने वाली नयी फर्में ही करेंगी. वे इसी उम्मीद में 31 जुलाई तक काम करते रहे. अब उनका भुगतान कौन करेगा, यह उन्हें नहीं पता क्योंकि नयी फर्मों के प्रतिनिधियों ने साफ कह दिया है कि पुराने ठेकेदारों के भुगतान के लिये जिम्मेदार नहीं हैं.

नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार पुरानी व्यवस्था में कुछ वार्डों में नियमित सफाईकर्मियों को तैनात किया गया था. बाहरी वार्डों में ही ठेके या आउटसोर्सिंग के जरिये सफाई की व्यवस्था की गयी थी. आउटसोर्स के लगभग 1700 कर्मी तैनात थे. जिसमे 120 कर्मचारियों का नाला गैंग बनाया गया था. इसके अलावा आउटसोर्स कर्मियों में से कुछ को रात्रिकालीन सफाई टीम में रखा गया था. सभी सफाईकर्मियों का भुगतान संबंधित फर्म के खाते में उनके बिल के अनुसार की जाती थी. फर्म आरटीजीएस के जरिये सफाईकर्मियों को भुगतान करती थी.

एक ठेकेदार की माने तो नाला गैंग के कर्मियों का इस साल जनवरी से भुगतान बाकी है, इसके अलावा रात्रकालीन सफाई टीम का भी वेतन भुगतान नहीं हुआ है. इस ठेकेदार का आरोप है कि बिलों में कमियां दिखाकर नगर निगम आधा अधूरा भुगतान करना चाहता है. जिसके लिये हम तैयार नहीं हैं.

इस संबंध में पूछने पर मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा मुकेश रस्तोगी ने गोरखपुर न्यूजलाइन को बताया कि भुगतान की प्रक्रिया चल रही है. किसी का कोई बकाया नहीं रहेगा. ऐसी कोई शर्त नहीं है कि नगर निगम से भुगतान पाने के बाद ही ठेकेदार श्रमिकों को भुगतान करेंगे. बिलों की जांच पड़ताल चल रही है. नाला गैंग की फर्म से सफाई कार्य के फोटोग्राफ मांगे गये हैं. इसके अलावा बिलों की विभिन्न क्वैरीज है. इसके पूरा होने के बाद भुगतान हो जायेगा.

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