Tag : Poetry

समाचार

“ केदारनाथ सिंह अपनी कविताओं में बुद्ध से संवाद करते हैं “

कुशीनगर। “ केदारनाथ सिंह वर्तमान के प्रति प्रतिबद्ध हैं, वे आंख मूंदकर बुद्ध का संदेश नहीं ग्रहण करते, वे बुद्ध से प्रश्न और संवाद करते...
समाचार

विमल किशोर की कविताओं में स्त्री मुक्ति की आकांक्षा – उषा राय

लखनऊ। लखनऊ पुस्तक मेले में , 18 मार्च को विमल किशोर के कविता संग्रह ‘पंख खोलूं उड़ चलूं’ का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन...
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‘ बुद्ध की धरती पर कविता ‘ और ‘ केदारनाथ सिंह सम्मान ’ का आयोजन 3-5 मार्च को सारनाथ में

गोरखपुर न्यूज़ लाइन
वाराणसी। ‘ बुद्ध की धरती पर कविता ‘ के चौथे संस्करण और ‘ केदारनाथ सिंह सम्मान ‘ का आयोजन 3,4 और 5 मार्च को सारनाथ...
साहित्य - संस्कृति

कवि-पत्रकार सुधीर सक्सेना का व्याख्यान और काव्य पाठ 5 को 

गोरखपुर। कवि -पत्रकार और ‘दुनिया इन दिनों’ के संपादक डा० सुधीर सक्सेना (भोपाल) ‘समकालीन हिंदी पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां’ विषय पर 5 दिसम्बर को दोपहर...
साहित्य - संस्कृति

‘ शायर सरवत जमाल व कवि ओंकार सिंह की रचनायें बदलाव के लिये प्रेरित करती हैं ’

प्रेमचंद पार्क में जन संस्कृति मंच की काव्य गोष्ठी व परिचर्चा का आयोजन गोरखपुर, 20 नवंबर। प्रेमचंद पार्क में जन संस्कृति मंच ने रविवार को...
समाचार

वरिष्ठ साहित्यकार नरसिंह बहादुर चंद नहीं रहे

गोरखपुर। कवि-साहित्यकार एवं साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था संगम के अध्यक्ष नरसिंह बहादुर चंद का आज निधन हो गया। वे 84 वर्ष के थे। उन्होंने अपनी संस्था ‘...
साहित्य - संस्कृति

सुभाष राय को दिया गया पहला देवेन्द्र कुमार स्मृति कविता सम्मान

गोरखपुर न्यूज़ लाइन
अभिव्यक्ति के नए अंदाज खोजने वाले कवि हैं सुभाष राय: प्रो कृष्ण चंद्र लाल गोरखपुर। प्रेमचंद साहित्य संस्थान और संस्थान की त्रैमासिक पत्रिका ‘ साखी...
साहित्य - संस्कृति

‘ सुलेमान मसरूर की शायरी में है ज़िंदगी का भरपूर अक्स ’

शायरी संग्रह ‘ अफ़कार का चिराग ‘ का विमोचन गोरखपुर. मंगलवार को शायर सुलेमान मसरूर के शायरी संग्रह ‘अफ़कार का चिराग’ का विमोचन इस्लामिया कॉलेज...
साहित्य - संस्कृति

देवेन्द्र आर्य की दो कविताएं : ‘ भेड़िए अब खेतों में नहीं छिपा करते ’

(1)  हांका हांका लगता रहा सारी-सारी रात जागते रहे लोग भेड़िया आया भेड़िया आया भेड़िया नहीं आया निराश हुई नयी पीढ़ी पहली बार देखती भेड़िए...
साहित्य - संस्कृति

अवार्ड हमें सच बोलने से रोकते हैं : मुनव्वर राना

मुनव्वर राना की ख्वाहिश : मैंने जो हिन्दुस्तान अपने जन्म के बाद देखा था वैसा ही हिन्दुस्तान दोबारा देख सकूं गोरखपुर। मशहूर शायर मुनव्वर राना...
साहित्य - संस्कृति

‘ काव्य चातुर्य से बाहर निकलकर अपने समय के सच को साहस के साथ कहती हैं सदानन्द शाही की कविताएं ’

प्रेमचंद पार्क में प्रो सदानन्द शाही का कविता पाठ गोरखपुर। बीएचयू में हिन्दी के प्रोफेसर सदानन्द शाही का कविता पाठ और उस पर बातचीत का...
साहित्य - संस्कृति

′′ कुछ तो किरदार नए मंच पर लाए जाएं और नाटक को सलीके से निभाया जाए ’’

हर दिल अजीज कवि वीरेन डंगवाल की स्मृति में जन संस्कृति मंच का सालाना काव्य-जलसा वीरेनियत-2 नई दिल्ली, 1 नवम्बर. हर दिलअजीज कवि वीरेन डंगवाल...
साहित्य - संस्कृति

‘ नया फरमान जारी कर रहा है रोज बस्ती में, कही खतरे में उसकी ही सरदारी न पड़ जाये ‘

कवि एवं शायर राजेश राही के रचनाएँ    [highlight]( कवि एवं शायर राजेश राही कुशीनगर में रहते हैं और कवि सम्मेलनों और मुशायरों की जान...