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सीएए-एनआरसी के खिलाफ आंदोलन से सहमी हुई है योगी सरकार : सुनील सिंह

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कभी बेहद करीबी रहे सुनील सिंह अब सपाई हो चुके हैं। सुनील सिंह व उनके साथी 18 जनवरी को लखनऊ में अपनी पार्टी का विलय करने के बाद शनिवार को पहली बार जिले में पहुंचे। बेतियाहाता स्थित सपा कार्यालय पर उनका पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया।

सुनील सिंह ने उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि देशवासी बड़े पैमाने पर सीएए, एनआरसी व एनपीआर हटाने को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और भारतीय संविधान को बचाने की लड़ाई पर लड़ रहे हैं। जिससे केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार सहम गई है। इसी कारण वह शांति पूर्ण रूप से धरने पर बैठी महिलाओं पर पुरुष पुलिस कर्मियों से लाठीचार्ज करवा रही है।
उन्होंने कहा कि हम सलाम करते हैं उन महिलाओं को जो इस कड़ाके की ठंड में अपने छोटे-छोटे मासूम बच्चों को लेकर रात-रात भर देश के संविधान को बचाने के लिए आंदोलन कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश की सरकार की कायर पुलिस ने इटावा और रायबरेली में जिस तरह से महिलाओं पर लाठी चार्ज कर उनको घायल किया है वह अत्यंत निंदनीय है। ऊपर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं के खिलाफ जिस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणा की है कि मर्द रज़ाई में और उनकी महिलाएं चौराहों पा आ गयी हैं, अत्यंत निंदनीय है। मुख्यमंत्री को इस तरह का बयान देने से पहले यह भी बताना चाहिए था कि नोटबंदी की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी 90 साल की बूढ़ी मां को बैंक की लाइन में लगा कर नोटबंदी का समर्थन करा रहे थे। तब मोदी जी किस रज़ाई मे सोये हुए थे।

सुनील सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान कि अगर कोई आज़ादी की बात करेगा तो उसके ऊपर देशद्रोह का मुकदमा लगेगा तो गोरखपुर की सरज़मी से सुनील सिंह कहता है कि हां हमें आज़ादी चाहिए आपके अहंकार से। आज़ादी चाहिए आप के अत्याचार से। आज़ादी चाहिए महंगाई से। आज़ादी चाहिए किसानों की बदहाल स्थिति से। आज़ादी चाहिए बेरोजगारी से। आज़ादी चाहिए गोरखपुर का नौजवान आजादी मांग रहा है। मैं मुकदमा भी झेलने के लिए तैयार हूं। गोरखपुर के लोगों को गरीबी, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं से आज़ादी दिलाने के लिए सड़क पर संघर्ष करूंगा। योगी आदित्यनाथ की सरकार का अहंकार को निश्चित रूप से गोरखपुर का जनमानस चकनाचूर करने का काम करेगा। गोरखपुर वही माटी है जहां योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड से आए थे। गोरखपुर के लोगों ने सहयोग करके आपको भारत के सबसे बड़ी पंचायत में व आपको मुख्यमंत्री के रूप में चयनित किया। अगर आप सबक सिखाने की बात करेंगे तो इंतजार करिए 2022 में उत्तर प्रदेश की जनता आपको ऐसा सबक सिखाएगी की आपको उत्तराखंड वापस भेज देगी। वहां जाकर आप केवल माला जपने का काम करेंगे।

सुनील सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने धोखा दिया यहां के नौजवानों को। नौजवानों का सपना तोड़ा है। नौजवानों में मैं भी आता हूं। गोरखपुर के गरीबों का भरोसा तोड़ा है। इनके द्वारा कहा जाता है कि अगर आंदोलन करोगे तो मेरी पुलिस अपने हिसाब से सबक सिखाएगी। बदला लेगी। कौन सा हिसाब है आपका? क्या संविधान से बाहर का हिसाब है आपका। हम आंदोलन करेंगे। हम संघर्ष करेंगे। हम अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे। नौजवानों के हक की लड़ाई भी लड़ेंगे। किसानों के हक की लड़ाई भी लड़ेंगे। अल्पसंख्यकों के हक की लड़ाई लड़ेंगे। आप जिस भाषा में हमें समझाना चाहे पहले सुनील सिंह को समझाएं। सीएए का विरोध जरूर करेंगे। श्री सिंह ने कहा कि हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व और राष्ट्रीय अध्यक्ष विरोध कर रहे हैं हम भी करेंगे। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने घोषणा की है कि हम एनपीआर नहीं भरेंगे। एक भी कार्यकर्ता एक-एक नौजवान गोरखपुर की जनता उत्तर प्रदेश की जनता एनपीआर नहीं भरेगी, आने वाले समय में आपको दिखाई देगा। सुनील सिंह ने कहा कि सड़कों पर आंदोलन और तेज़ होगा। योगी व भाजपा के झूठ का पर्दाफाश किया जाएगा 2022 में सपा की सरकार बनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हिन्दू के बिना मुसलमान अधूरा है मुसलमान के बिना हिन्दुस्तान अधूरा है।

निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव ने कहा कि सुनील सिंह के सपा में आने से पार्टी संगठन को मजबूती मिलेगी।

इस दौरान अवधेश यादव, रजनीश यादव, राम भुआल निषाद, विजय बहादुर यादव, गीतांजलि यादव, जफ़र अमीन डक्कू, साधु यादव, मनुरोजन यादव, मनोज यादव, दयानंद विद्रोही, अशोक यादव, रामजतन यादव, प्रमोद यादव, नगीना प्रसाद साहनी, श्यामदेव निषाद, संजय पहलवान, रामनाथ यादव, हाजी शकील अंसारी, राघवेंद्र तिवारी राजू, मैना भाई, विक्रम यादव, सोमनाथ यादव, मुन्नी लाल यादव, गिरिश यादव, अखिलेश यादव, शब्बीर कुरैशी, देवेंद्र भूषण निषाद, राहुल गुप्ता, हरी यादव, रामप्रवेश यादव, जितेंद्र यादव, राहुल यादव, कपिल मुनि यादव, आफताब, अरशद हुसैन, अफसैन हैदर, राजकुमारी देवी, संतोष गौड़, बिंदा देवी, उर्मिला देवी, जयप्रकाश यादव, अख्तर जहां, दूईजा देवी, इश्तियाक बब्लू, करुणानिधान, अमर अग्रहरि, चंद्रमणि यादव, अजय यादव, छत्रसाल यादव, संतोष यादव, फूलचंद विश्वकर्मा, रुकमणी यादव, रौनक श्रीवास्तव, रामा यादव, शकील शाही, लालमन यादव, बृजनंदन यादव, मुन्ना वारसी, गजेंद्र यादव, कपिल देव यादव, शिव शंकर, भृगुनाथ निषाद, ओम प्रकाश यादव, अनुप यादव, ईश्वर, अमित कुमार यादव, ईश्वर चंद्र मद्धेशिया, राजेश जायसवाल, दीनबंधु पासवान, अमरजीत यादव, आदि मौजूद रहे। सुनील सिंह के साथी सौरभ विश्वकर्मा, चंदन विश्वकर्मा, अभिनंदन तिवारी, राघवेंद्र जी, निर्भय विश्वकर्मा, मक्खन श्रीवास्तव, प्रकाश जी विवेक सहाय, वैभव शाह, अमित विश्वकर्मा, मंगरु गुप्ता, नंदलाल निषाद का भी स्वागत किया गया।

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