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गोरखपुर विश्वविद्यालय : अब एक ही परीक्षा के जरिये विश्वविद्यालय से लेकर महाविद्यालय में होगा दाखिला

-गोरखपुर विश्वविद्यालय ने महाविद्यालयों से स्नातक प्रवेश का अधिकार छीना
-16 मार्च से शुरू होगी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, मई में एक लाख सीटों पर प्रवेश के लिए होगी परीक्षा
-अल्पसंख्यक प्रकृति वाले महाविद्यालय अपने यहां की 50 फीसदी सीटों पर पूर्व की भांति अपने नियमों के अंतर्गत प्रवेश ले सकेंगे

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर तथा संबंधित सभी महाविद्यालयों में स्नातक स्तर के सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश इस वर्ष संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होंगे । मई माह में आयोजित होने वाली इन परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन 16 मार्च से शुरू हो जाएंगे। काउंसिलिंग सहित सभी प्रवेश कार्य 15 जुलाई से पहले करा ली जाएगी।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विजय कृष्ण सिंह ने 7 फ़रवरी को यह जानकारी देते हुए बताया कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से अपेक्षाकृत पिछड़े इस क्षेत्र के विद्यार्थियों को आर्थिक बोझ और भाग दौड़ से से बचाना है ।
उन्होंने बताया कि विभिन्न महाविद्यालयों में में अलग अलग आवेदन करने , प्रवेश परीक्षा  के लिए अलग-अलग शुल्क जमा करने तथा अलग-अलग तारीखों पर पर  भिन्न भिन्न महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए दौड़ भाग करने की बजाय बजाय अभ्यर्थी अब केवल एक आवेदन फॉर्म भर कर और केवल एक शुल्क देकर विश्वविद्यालय परिसर अथवा संबद्ध महाविद्यालयों में से चयनित परिसर और पसंदीदा कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे।

उन्होंने स्पष्ट किया कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि और सम्बद्ध महाविद्यालयों में इस प्रक्रिया के अलावा किसी भी अन्य प्रक्रिया से कोई प्रवेश नही होगा। अलबत्ता अल्पसंख्यक प्रकृति वाले महाविद्यालय अपने यहां की पचास फीसदी सीटों पर पूर्व की भांति अपने नियमों और प्रावधानों के अंतर्गत प्रवेश ले सकेंगे।

प्रो सिंह ने बताया कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 16 मार्च से शुरू होगी। विवि की वेबसाइट www.ddugorakhpuruniversity.in पर इसका लिंक उपलब्ध होगा। आवेदन 15 अप्रैल तक किये जा सकेंगे।
प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए आवेदन प्रक्रिया में काफी सुविधाएं दी जाएंगी। आवेदन से पूर्व वे वेब लिंक पर जाकर विवि परिसर तथा सभी सम्बद्ध महाविद्यालयों में उप्लब्द्ध कोर्सेज तथा सीटों की संख्या की जानकारी कर सकेंगे। इसी विवरण की सहायता से वे अपने आवेदन में प्रवेश के अपने पसंद के परिसरों का विकल्प देंगे। प्रवेश परीक्षा की उनकी मेरिट के आधार पर उनके द्वारा दिये गए विकल्पों में से उन्हें विवि या कालेज आवंटित कर दिया जाएगा ।
प्रवेश के लिए श्रेष्ठता क्रम (मेरिट) निर्धारण के लिए विश्वविद्यालय मई माह में  संयुक्त प्रवेश परीक्षाएँ कराएगा। इसके उपरांत मेरिट के आधार पर काउंसिलिंग प्रक्रिया से सभी सीटें भर ली जाएंगी।
कुलपति प्रो सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों को व्यर्थ की भागदौड़ से बचने के लिए 9 शहरों में नोडल सेंटर बनाये गए हैं। गोरखपुर के अलावा ये नोडल सेंटर बस्ती, संत कबीर नगर, देवरिया, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, लखनऊ  तथा पटना में होंगे। इससे अधिकतर अभ्यर्थियों को अपने अधिवास के पास ही परीक्षा दे सकने की सुविधा मिल सकेगी।

उन्होंने बताया कि विवि तथा सभी सम्बद्ध महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर विभिन्न कोर्सेज की तकरीबन एक लाख सीटों पर इसी माध्यम से प्रवेश  होगा। इसके सम्यक संचालन के लिए दो टीमें काम करेंगी। प्रो सुधीर कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व वाली टीम आवेदन प्रक्रिया तथा काउंसिलिंग कार्य का संचालन करेगी जबकि प्रो अजेय गुप्ता के नेतृत्व वाली टीम प्रवेश परीक्षा आयोजित करने तथा परिणाम घोषित करने का काम करेगी।

उन्होंने उम्मीद जताई कि इस सरल और सहज व्यवस्था से अभ्यर्थी लाभान्वित होंगे तथा अपने रुचि के पाठ्यक्रमों तथा परिसरों का चयन कर सकेंगे। इस अवसर पर कुलसचिव श्री शत्रोहन वैश्य, वित्त अधिकारी श्री वीरेंद्र चौबे, परीक्षा नियंत्रक डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह, प्रो अजेय कुमार गुप्ता, प्रो विजय कुमार प्रो हिमांशु चतुर्वेदी तथा विवि के जनसम्पर्क अधिकारी प्रो हर्ष कुमार सिन्हा , मुख्य नियंता प्रो गोपाल प्रसाद भी उपस्थित रहे।

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