Sunday, December 10, 2023
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गोरखपुर में बढ़े टैटू के कद्रदान

सैयद फरहान अहमद
गोरखपुर , 6 सितंबर। फिल्म ‘ बागी ‘ के टाइगर श्राफ का टैटू हो या ‘ स्टूडेंट ऑफ इयर ‘ फिल्म में वरुण धवन की कलाई या फिर सिद्धार्थ कपूर के गर्दन पर बना टैटू हो, युवा तो इन हीरो के स्टाइलिश टैटू के दीवाने हैं। अपने शरीर पर उसी तरह का टैटू बना रहे हैं।  पुराने जमाने के गोदना ने टैटू के रूप में नया रंग व रूप अख्तियार कर लिया है। शहर में टैटू का क्रेज बढ़ रहा है।  इसकी तस्दीक करते हैं शहर के तीन  टैटू स्टूडियो, जिनमें हर महीने सौ सवां से ज्यादा युवा टैटू बनवाने पहुंच रहे हैं। यहीं नहीं आस-पास के क्षेत्र व जिलों से टैटू बनवाने वालों ने शहर का रुख किया हुआ है।
माया सिने प्लैक्स में करीब पांच साल पहले शहर का पहला टैटू स्टूडियो खोलने वाले विकास उर्फ विक्की ने बताया कि पिछले दो तीन सालों में टैटू युवाओं में काफी लोकप्रिय हुआ है। इसकी खास वजह हीरो हीरोइन, फाइटर्स व अन्य सेलिब्रेटी हस्तियों द्वारा विभिन्न प्रकार के टैटू प्रयोग का किया जाना हैं।  कुछ पारंपरिक मान्यताएं भी टैटू की लोकप्रियता में इजाफा कर रही है। जैसे पूर्वांचल में नई नवेली दुल्हन गोदना गोदवा कर ही रसोई में प्रवेश करती है। पहले पत्नी अपने हाथ पर पति का नाम गोदवाती थी। आज हमारी शॉप पर महिलाएं उसी परंपरा का निर्वहन करने के लिए बड़ी तादाद में आती हैं। गांव की यह परंपरा अब शहरों में स्टेट्स सिंबल बन चुकी है। प्रतिदिन शॉप पर 3-4 ग्राहक आ ही जाते है। इसके अलावा गांधी गली व ब्लदेव प्लाजा में भी टैटू स्टूडियों मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि गोदना का एडवांस रुप टैटू है। भारत में तो गोदना के नाम से टैटू की एक परंपरा रही है।
लेकिन गोदना गोदने की तुलना में टैटू बनवाना ज्यादा सुरक्षित व कम पीड़ा दायक है। पहले एक सुई से सभी का गोदना गोदा जाता था जिससे संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा रहता था लेकिन टैटू बनाने में अलग-अलग सुईयों का प्रयोग होता है वहीं साफ-सफाई का खास ध्यान रखा जाता था।
टैटू आर्टिस्ट सत्यम शुक्ला ने बताया कि टैटू केवल स्टाइल ही नहीं अहसास भी हैं टैटू इसके रंग, उभार और बनावट आपके व्यक्तित्व भी दर्शाते हैं। टैटू स्टूडियो में आने पर आर्टिस्ट कुछ सवाल करते हैं। इसके बाद उस व्यक्ति की सोच को समझते हुए उसके शरीर के हिस्से पर टैटू गोदा जाता है। इन दिनों कांसेप्ट और फैमिली टैटू का बेहद चलन है। कांसेप्ट टैटू में कोई भी एक सोच होती है। फैमिली टैटू अधिकतर ऐसे लोग बनवाते हैं, जो अपने परिवार को हर समय अपने करीब रखना चाहते हैं। उसमें पति-पत्नी भी एक-दूसरे के नाम गुदवाते हैं।

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कीमत की बात करें तो टैटू बनवाना चार सौ रुपए से शुरु होता हैं। तीन तरह के टैटू बनाये जाते है स्थायी, अस्थायी व थ्री डी। थ्री डी अभी गोरखपुर में प्रचलन में नहीं आया है। टैटू बनवाने वालो को बताया जाता हैं कि  नौकरी वगैरह में टैटू रोड़ा बन सकता है, स्थायी टैटू लेजर व प्लास्टिक सर्जरी से ही हटाया जा सकता हैं इसके अलावा बीमारियों, एलर्जी वगैरह की जानकारी ली जाती है। जब आर्टिस्ट व ग्राहक दोनों संतुष्ट हो जाते है तब टैटू बनवाने की प्रकिया आगे बढ़ायी जाती हैं। इंटरनेट के माध्यम से डिजाइन का चुनाव किया जाता हैं। इसके बाद टैटू बनाने की प्रकिया शुरु की जाती है। समय साइज व डिजाइन पर डिपेंड करता हैं। डायबीटिक, बल्ड प्रेशर व मिर्गी के मरीज का टैटू बनाने से परहेज किया जाता है। स्थायी  टैटू बनाने में सूई का प्रयोग किया जाता हैं। टैटू सावधानी पूर्वक साफ-सुथरी सुई से गोदा जाता है। इसमें सावधानी न बरती जाए तो इंफेक्शन भी हो सकता है। यही वजह है कि टैटू बनाते समय ग्राहक को सभी तरह की जानकारी दे दी जाती है।
दिल्ली से ट्रेनिंग लिए सत्यम ने बताया कि स्थायी टैटू बनवाने के 12 दिन तक टैटू को पानी से बचाना होता है। क्रीम लगानी पड़ती हैं। टैटू बनाने वालों को न सिर्फ सात दिनों तक दर्द सहना पड़ता है, बल्कि कई तरह की सावधानी भी बरतनी होती है। बारिश और धूप से बचना होता है ऐसा न करने पर टैटू वाली जगह पर इंफेक्शन हो सकता है, वो जगह पक सकती है। इन सबके बावजूद गोरखपुर में टैटू गुदवाने का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है।
राज निगम ने बताया कि अधिकतर  स्थायी टैटू गुदवाते हैं और ऐसा करने वालों में करीब 40 फीसदी युवतियां हैं। आर्टिस्ट स्थायी टैटू की लाइफटाइम गारंटी देते हैं, जबकि अस्थायी टैटू 10-15 दिन ही चलते हैं। अस्थायी टैटू में स्टिकर चिपकाकर स्प्रे गन से कलर किया जाता है। स्थायी टैटू सुई से गोदकर बनाए जाते है। हर टैटू की कीमत उसके आकार के हिसाब से तय होती है। आमतौर पर छोटे से छोटा स्थायी टैटू 500 से 3 हजार में बनता है। अस्थायी टैटू 400 सौ से एक हजार में बन जाता है। टैटू के कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं, लेकिन सावधानी जरूरी है।

तीन तरह के बनते है टैटू
1. स्थायी (लाइफटाइम के लिए)
2. अस्थायी ( सात से पंद्रह दिनों के लिए)
3.थ्री डी (लाइफटाइम के लिए)लिए)

शहर के टैटू आर्टिस्ट
1. सत्यम शुक्ला
2. राशिद
3. मनीष श्रीवास्तव

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