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निषाद पार्टी का किसी भी दल में किसी भी परिस्थिति में विलय नहीं होगा -डॉ संजय निषाद

गोरखपुर , 28 अक्टूबर. निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय कुमार निषाद इस खबर का खंडन किया है कि उनकी पार्टी का किसी  दल में विलय हुआ है. उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी का किसी भी दल में किसी भी परिस्थिति में कभी कोई विलय नहीं होगा। निषाद पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता एवं समाज के अंदर किये गए कार्यों से कुछ विरोधी संप्रदायिक लोग घबरा गए हैं तथा उसी घबराहट में यह लोग इसी तरीके का मिथ्या प्रचार कर रहे हैं। हमारे कार्यकर्ता इस सारे मिथ्या प्रचार का जमीनी स्तर पर मुंहतोड़ जवाब देंगे.

डॉ संजय निषाद आज मीडिया में उनके पार्टीके किसी दुसरे दल में विलय के बारे में आई खबर के बारे में वह पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता और पूरी पार्टी अपने सामाजिक एवं राजनीतिक उद्देश्यों के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपने समाज को विघटनकारी ताकतों से और बिकने वाली ताकतों से बचाएंगे। निषाद पार्टी भविष्य किसी भी पार्टी में विलय नहीं करेगी। सामाजिक एवं राजनीतिक उद्देश्यों के लिए समान विचारधारा वाले दलों से राजनितिक गठ जोड़ की बातचीत के विकल्प खुले हैं।
उन्होंने कहा कि पीस पार्टी व निषाद पार्टी ने 2017 के चुनाव में मिलकर हिस्सा लिया था और आने वाली उपचुनाव में लोकसभा गोरखपुर एवं फूलपुर मजबूती से चुनाव लडे़गी. साथ ही हम प्रयास करेंगे कि सामंतवादी पार्टी जिसने देश एवं जनता को धर्म के नाम पर झूठे वादे करके छला है, उसे परास्त करने के लिए जनहित में हम चाहेंगे कि सपा, बसपा, कांग्रेस सहित सभी पार्टियां मिलकर चुनाव में सहयोग करें. बीजेपी ने पिछड़े वह मुस्लिम समाज का शोषण  करने का काम किया है. विशेषकर मछुआ समाज को 21.12.2016 के शासनसदेश एवं 29.03.2017 हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी अनु.सूचित जाति का प्रमाण पत्र न देकर मछुआ समाज के विरुद्ध बहुत बड़ा साजिश कर रही है ऐसी विकट की घड़ी में हम सपा के भाजपा विरोधी प्रतिपक्ष पार्टियों के सहयोग से भाजपा को परास्त करने में नीति का निषाद पार्टी समर्थन करती हैं और हम चाहेंगे की मिल बैठकर एक सम्मानजनक विकल्प निकालने का प्रयास करें।

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