Thursday, June 8, 2023
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बीएचयू के छात्र-छात्राओं पर दर्ज मुकदमें वापस होंगे लेकिन बाहरी तत्वों पर कार्रवाई होगी-मुख्यमंत्री

प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों से आग्रह कि वे छात्र-छात्राओं के साथ संवाद बढ़ाएं
पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद लाठी जार्च के लिए जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई

गोरखपुर, 26 सितम्बर। बीएचयू में छात्राओं पर लाठीचार्ज की घटना की चहुंओर निंदा से दबाव में आई योगी सरकार ने बीएचयू के छात्र-छात्राओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की बात कही है। आज गोरेखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीएचयू के छात्र दशहरा बाद विश्वविद्यालय लौटे। जितने भी मुकदमे छात्र-छात्राओं पर दर्ज है, वे वापस लिए जाएंगे लेकिन आगजनी करने वालों बाहरी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अराजकता फैलाने वाले बाहरी तत्वों से सरकार सख्ती से निपटेगी। दूसरी ओर लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों पर भी कार्रवाई होगी। उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों से आग्रह किया है कि वे छात्र-छात्राओं के साथ संवाद बढ़ाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कमिश्नर वाराणसी एवं जिलाधिकारी को जांच दी थी जिसकी रिपोर्ट आ चुकी है। उस रिपोर्ट के क्रम में वहां पर लाठी चार्ज की घटना सामने आई है। इसके लिए एक एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट, एक डिप्टी एसपी, एक एसएचओ के खिलाफ तत्कालिक कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है। पूर घटना क्रम में जिसमें पत्रकारों पर भी लाठी जार्च हुआ है इन सब की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। जिसकी रिपोर्ट आने जा रही है। प्रशासन को सख्त हिदायत इस बात की दी गई है कि किसी भी छात्र-छात्रा को परेशान न करे लेकिन छात्र-छात्रा की आड़ में जो आसामाजिक तत्व थे जिन्होंने महौल को बिगाड़ा है, उसकी तह तक जाए। और आगजनी करने वाले तोड़-फोड़ करने वाले तत्वों के साथ सख्ती के साथ पेश भी आना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों से आग्रह किया गया है कि उन्हें विश्वविद्यालयों में छात्र-छात्राओं के साथ संवाद स्थापित करना चाहिए। छात्र अध्ययन करने के लिए आते हैं, यदि विश्वविद्यालय प्रशासन उनके साथ संवाद नहीं बना पा रहा है, तो स्थिति बड़ी असहज जैसी है। कुलपति हो या विश्वविद्यालय के प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य हो, विश्वविद्यालय के अन्य आचार्यो हो, अपने ही शिष्यों के साथ, छात्र छात्राओं के साथ संवाद बनाने में और उस संवाद में उनसे जुड़ी समस्याओं का समाधान करने में क्या कठिनाई है? मुझे लगता है कि संवाद बड़े-बड़े संघर्षो को टाल सकता है। इसके बारे में सभी विश्वविद्यालयों से पहले भी आग्रह किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के बारे में पूरी रिपोर्ट केंद्र सरकार को प्रेषित की जाएगी। बीएचयू केंद्रीय विश्वविद्यालय है। राज्य सरकार रिपोर्ट करेगी। जो भी कार्रवाई करना होगा केंद्र सरकार करेगी।

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