गोरखपुर, 16 जुलाई। सपा के दो वरिष्ठ नेताओं जफर अमीन डक्कू और अमरेन्द्र निषाद ने गोरखपुर के एम्स का निर्माण खुटहन स्थित भूमि परही कराने की मांग की है। दोनों नेताओं ने भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा कि हाईकोर्ट का निर्णय आने के बाद साबित हो गया कि प्रदेश सरकार की नीयत पाक साफ थी और उसने जमीन मुहैया कराने में कोई गलती नहीं की। चूंकि गन्ना शोध संस्थान की भूमि एम्स के मानक से काफी कम है, इसलिए खुटहन में ही एम्स का निर्माण कराना चाहिए।
उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम के निदेशक व सपा नेता जफर अमीन डक्कू ने अपने बयान में कहा कि भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ यह कह कर यूपी सरकार को लगातार दोषी ठहरा रहे थे कि उसने एम्स के लिए विवादित भूमि दी है। आज जब उच्च न्यायालय का फैसला आ गया है तो यह साबित हो गया है कि यूपी सरकार की नीयत पाक साफ थी। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ ने रमनदास को आगे कर रिट दाखिल करा कर खुटहन की भूमि को विवादित बनाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि गन्ना शोध संस्थान की भूमि एम्स के निर्माण के मानक से बहुत कम है लेकिन भाजपा सांसद राज्य सरकार के सिर पर एम्स निर्माण में बाधा डालने का ठीकरा न फोड़ने पाए इसलिए राज्य सरकार ने उस जमीन को एम्स के निर्माण के लिए दे दिया। अब जब हाईकोर्ट का निर्णय आ गया है तो एम्स का निर्माण खुटहन में ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गन्ना शोध संस्थान की भूमि पर एम्स बनाने से वायुसेना के विमानों के उड़ान में बाधा आएगी और यह राष्टीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होगा। सपा नेता ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार खुटहन में एम्स के निर्माण नहीं कराएगी तो मजबूर होकर सपा प्रधानमंत्री के गोरापुर आगमन का विरोध करेगी।
उधर पिपराइच की सपा विधायक राजमती निषाद के बेटे और सपा नेता अमरेन्द्र निषाद ने कहा कि हाईकोर्ट का निर्णय आने से साबित हो गया है कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में एम्स के निर्माण में जानबूझ कर बाधा खड़ा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिपराइच की जनता खुटहन में एम्स का निर्माण चाहती है।
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